गोलाबारी की आशका से सीमावर्ती लोग रात भर सो नहीं पाए
संवाद सहयोगी, हीरानगर : भारत पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर मंगलवार को पाकिस्तान की तरफ से की गई गोलाबारी
संवाद सहयोगी, हीरानगर : भारत पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर मंगलवार को पाकिस्तान की तरफ से की गई गोलाबारी की घटना के बाद हीरानगर सेक्टर में हालाकि माहौल शात रहा लेकिन गोलाबारी की आशका से सीमावर्ती लोग रात भर सो नहीं पाए। उन्हें भय था कि कहीं पाकिस्तान दोबारा गोलाबारी शुरू न कर दे। मंगलवार सुबह की घटना के बाद भले ही दोबारा गोलाबारी नहीं हुई हो लेकिन लोगों में खौफ बरकरार है। क्षेत्र निवासी नानक चंद बनारसी दास मनोहर लाल का कहना है कि पाकिस्तान की गोलाबारी के कारण सीमावर्ती लोगों की जिंदगी बद से बदतर हो गई है। लोग खेती-कर अपनी रोजी-रोटी कमा लेते थे कुछ जमीन तारबंदी के आगे चलेगी और कुछ डिफेंस में चली गई, जो थोड़ी बहुत बची है उस पार भी ऐसे हालात में किसान खेती नहीं कर पा रहे। सरकार ने गोलाबारी के दौरान सुरक्षा के लिए बनकर तो बना दिए लेकिन जब खेती नहीं होगी तो लोग जहा पर रह कर क्या करेगी। उन्होंने कहा कि पिछले 5 वर्ष से होती आ रही गोलाबारी के कारण हमारे कई जवान स्थानीय लोग शहीद हो चुके हैं। ऐसा कब तक चलता रहेगा। सरकार को या तो पाकिस्तान के साथ समझौता कर सीमा पर शाति बहाल करनी चाहिए और अगर पाकिस्तान नहीं सुधरता तो दो गावों को खाली करवा कर उसे मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। वहीं बुधवार को काग्रेसी नेता रमेश कुंडल के नेतृत्व में कस्बे के लोगों ने प्रदर्शन कर पाकिस्तान का झंडा जलाया। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे रमेश कुंडल संजय शर्मा ने कहा कि पाकिस्तान सीमा पर लगातार गोलीबारी कर हमारे जवानों को शहीद कर रहा है जिससे देशवासियों में भारी रोष है। अगर सीमा पर जवान सुरक्षित नहीं तो फिर स्थानीय लोग वहा पर कैसे सुरक्षित रह सकते हैं। केंद्र सरकार को पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि दोबारा गोलाबारी करने का दुस्साहस न कर सकें। इस दौरान कुशाल सिंह, अजीत कुमार, मंगलदास, चंदू राम, सरदारी लाल आदि मौजूद थे।