बिल्डिंग के अभाव में खुले में पढ़ाई करते हैं छात्र
संवाद सहयोगी, बसोहली : शिक्षा विभाग हर साल नई बिल्डिंगों को बनाने के लिए करोड़ों रुपये जारी करती है।
संवाद सहयोगी, बसोहली : शिक्षा विभाग हर साल नई बिल्डिंगों को बनाने के लिए करोड़ों रुपये जारी करती है। मगर क्षेत्र के स्कूलों की बिल्डिंगों में आज भी जरूरत अनुसार कमरों की दरकार है। हकीकत देखनी हो तो धार महानपुर के नजदीकी गांव धार कोहर में देखा जा सकता है यहां पर आज भी चंद कमरों में मिडिल स्कूल को चलाया जा रहा है। पुरानी बिल्डिंग भी नाम की रह गई है और नई बिल्डिंग को बनाने के लिए सरकार की और से कार्रवाई का इंतजार है जो कई सालों से लटक रही है। सरपंच शेर सिंह एवं पंच ज्ञान चंद, बंटी देवी, हंस राज, नायब सरपंच हंस राज आदि ने बताया कि मिडिल स्कूल धार कोहर में कमरों की बहुत कमी है। ऐसे में स्कूल में पढ़ाई कर रहे 116 छात्रों को उस समय छुट्टी करनी पड़ती है जब ज्यादा सर्दी, ज्यादा गर्मी एवं बारिश हो जाए। न तो स्कूल में स्टाफ रूम है। केवल चार कमरों में मिडिल स्कूल चलाया जा रहा है जो असुरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि पांच कमरों की नई बिल्डिंग को बनाने का काम शुरू हुआ मगर बिना किसी ठोस कारण के इस काम को बंद कर दिया गया। 15 साल पूर्व पुरानी बिल्डिंग के कमरों पर टीन लगाई गई थी। कम कमरों के कारण स्टाफ रूम, हैडमास्टर कार्यालय भी नहीं हैं। चार कमरों में ही स्कूल के स्टाफ को मनेज कर काम चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अगर स्कूल में कमरे ही नहीं होंगे तो आठ कक्षाएं कैसे चलेंगी। आए दिन होने वाली बारिश से बच्चों की शिक्षा पर प्रभाव पड़ता है। गांव के निवासियों ने इस स्कूल को पूरी बिल्डिंग बनाकर देने की मांग की है।
क्या कहते हैं अधिकारी
काम को शुरू करवाने के प्रति विभाग प्रयासरत है। पहले काम का मेटिरयल आया और ठेकेदार ने सामान को लाने जाने में दूरी को लेकर बहाना बनाया और काम नहीं करवाया। इस कारण काम बंद पड़ा हुआ है। जल्दी ही कोई कार्रवाई होगी।
-नरेंद्र सिंह, इंचार्ज जेडइओ महानपुर