दो पूर्व प्रधान फिर चुनाव मैदान में
जागरण संवाददाता, कठुआ : निकाय चुनाव में कठुआ नगर परिषद से पूर्व में रह चुके दो प्रधान फिर चुनावी मैद
जागरण संवाददाता, कठुआ : निकाय चुनाव में कठुआ नगर परिषद से पूर्व में रह चुके दो प्रधान फिर चुनावी मैदान में हैं। इसमें वार्ड 9 से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रहे नरेश शर्मा एवं वार्ड 2 से राजेंद्र सिंह बब्बी शामिल हैं। दोनों गत चुनाव में जीतने के बाद प्रधान पद पर रह चुके हैं। नरेश शर्मा गत चुनाव में वार्ड 6 से कांग्रेस के उम्मीदवार थे, इस बार उक्त वार्ड दलित महिला के लिए आरक्षित होने से वह अब वार्ड 9 से उम्मीदवार हैं। इस वार्ड में गत चुनाव में उनकी पत्नी अनीता देवी चुनाव जीती थी।
इधर वार्ड 2 में राजेंद्र सिंह फिर अपने वार्ड से ही उम्मीदवार है। वह गत चुनाव मे निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीते थे और इस बार भी निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में है।
इसके अलावा वार्ड 3 से कांग्रेस की टिकट पर निर्दोष शर्मा फिर चुनाव मैदान में है, वह गत चुनाव में इसी वार्ड से जीतने के बाद उपप्रधान बने थे।
वार्ड 14 से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में गत चुनाव जीत कर उपप्रधान बन चुके महेंद्र सिंह इस बार भाजपा की टिकट पर उसी वार्ड से बने नए वार्ड 21 से चुनाव मैदान में हैं।
वार्ड 7 से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीत चुकी नीलम रानी इस बार उसी वार्ड से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में है। वहीं वार्ड 16 से गत चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीत चुकी राधा भोगल फिर चुनाव मैदान में है।
इस बार चुनाव में भाजपा ने सभी 21 वाडरें में नए चेहरे मैदान में उतारे हैं। इसमें कई उम्मीदवारों को उनके अपने क्षेत्र में टिकटें न देकर दूसरे वाडरें में भी उतारा है। पार्टी ने अधिकांश युवा चेहरों को प्राथमिकता दी है। कांग्रेस ने भी सिर्फ 2 पुराने उम्मीदवारों को छोड़ कर अन्य सभी वाडरें में नए चेहरे मैदान में उतारे हैं।
उधर पार्टी उम्मीदवारों के लिए विधायक राजीव जसरोटिया ने वाडरें में जाकर उम्मीदवारों के लिए वोट मांगना शुरू कर दिया है। वीरवार वार्ड 8 में बैठक कर पार्टी उम्मीदवार के लिए वोट मांगे और कहा कि सिर्फ भाजपा ही सही विकास करा सकती है। उन्होंने इस बार नगर परिषद में भाजपा का प्रधान बनने का दावा किया। कांग्रेस के उम्मीदवार अभी चुनावी सभा करने की बजाय डोर टू डोर प्रचार करने में जुटे हैं। पैंथर्स के उम्मीदवार भी अपने वाडरें में चुनाव प्रचार में सक्रिय हैं। सबसे ज्यादा सक्रिय आजाद उम्मीदवार हैं।