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ठोस कचरा प्रबंधन के लिए प्रभावी कदम उठाए नगर परिषद कठुआ

सुनिश्चित किया जाए कि भविष्य में एनजीटी की गाइडलाइन के मुताबिक डंपिग साइट तैयार की जाए और कचरे के निष्पादन किया जाए।

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 Feb 2020 10:22 AM (IST)Updated: Tue, 04 Feb 2020 10:22 AM (IST)
ठोस कचरा प्रबंधन के लिए प्रभावी कदम उठाए नगर परिषद कठुआ
ठोस कचरा प्रबंधन के लिए प्रभावी कदम उठाए नगर परिषद कठुआ

कठुआ, जागरण संवाददाता। सभी विभाग अपने-अपने कार्यक्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण का विशेष ध्यान रखें। पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) द्वारा तय मापदंडों और नियमों का सख्ती से पालन किया जाए। यह निर्देश सोमवार को डीसी कठुआ ओपी भगत ने दिए। वह जिला पर्यावरण योजना पर सोमवार को विभिन्न विभागों के अधिकारियों के समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने नगर परिषद कठुआ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को निर्देश दिए कि वह जल्द से जल्द नगर परिषद क्षेत्र से निकलने वाले ठोस कचरे के प्रबंधन के लिए योजना तैयार कर प्रस्तुत करे। साथ ही सुनिश्चित किया जाए कि भविष्य में एनजीटी की गाइडलाइन के मुताबिक डंपिग साइट तैयार की जाए और कचरे के निष्पादन किया जाए।

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जिले के पर्यावरण परिदृश्य को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न विभागों और एजेंसियों द्वारा उठाए गए कदमों की समीक्षा करते हुए सभी विभागों को ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन में सुधार के लिए प्रभावी कदम उठाने के लिए कहा। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी कठुआ को निर्देश दिया कि बायोमेडिकल कचरे के निष्पादन में एनजीटी के निर्देशों को सख्ती से पालन किया जाए। साथी ही शहर में चलने वाले निजी क्लीनिकों के बायोमेडिकल कचरे के निष्पादन के लिए संचालक क्या कदम उठा रहे हैं, इसकी नियमित जांच की जाए। सीएमओ कठुआ ने डीसी को बताया कि विभाग एनजीटी के दिशानिर्देशों का पालन कर रहा है और प्रदूषण बोर्ड से मंजूरी के लिए आवेदन किया गया है।

आइसीडीएस की पीओ को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से लोगों को घर में ठोस कचरे के समुचित निपटान के बारे में जागरूक करने के लिए अभियान चलाने के लिए कहा। वहीं जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक को औद्योगिक इकाइयों की नियमित जांच करने और औद्योगिक कचरे के लिए प्रदूषण निरोधक उपकरणों और उपचार इकाइयों की स्थापना सुनिश्चित करने को कहा। वहीं आरटीओ को वाहन मालिक द्वारा वैध प्रदूषण प्रमाण पत्र के मिलने के बाद ही वाहन का फिटनेस सर्टीफिकेट देने को कहा। इसके अलावा प्रदूषित नदी के फैलाव, जल निकायों के संरक्षण, अवैध रेत खनन की रोकथाम, सामुदायिक भागीदारी और जनजागरूकता पर व्यापक चर्चा की गई। इसके साथ ही समीक्षा बैठक में पॉलीथिन के उपयोग को रोकने के व्यापक कदम उठाने पर भी चर्चा की गई।

समीक्षा बैठक में एडीसी अतुल गुप्ता, आरटीओ राज कुमार थापा, सीएमओ डॉ. अशोक चौधरी, जीएम डीआइसी, सीपीओ कठुआ, मंडल अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, पीओ आइसीडीएस, सीईओ नगर परिषद, ईओ बिलावर और ईओ बसोहली भी उपस्थित थे।


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