यूनाइटेड स्कूल टीचर्स ने विभिन्न मांगों पर विचार विमर्श किया
संवाद सहयोगी कठुआ अपनी लंबित मांगों को लेकर संघर्षरत जम्मू कश्मीर यूनाइटेड स्कूल टीचर्स एस
संवाद सहयोगी, कठुआ: अपनी लंबित मांगों को लेकर संघर्षरत जम्मू कश्मीर यूनाइटेड स्कूल टीचर्स एसोसिएशन ने अपनी अगली रणनीति पर विचार करने के लिए एक दिवसीय अधिवेशन का आयोजन किया। इस दौरान शिक्षक नेताओं ने लंबित मागों को लेकर विचार विमर्श किया।
उस्ता के प्रातीय प्रधान हरि सिंह की अध्यक्षता में आयोजित अधिवेशन में वक्ताओं ने वर्तमान समय में शिक्षकों की स्थिति सहित अन्य पहलुओं पर विचार करते हुए सरकारी शिक्षा क्षेत्र की चिंताजनक स्थिति के लिए सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हुए इसमें सुधार किए जाने की मांग की। इस मौके पर प्रांतीय प्रधान ने शिक्षा के निजीकरण और व्यापारीकरण को लेकर रोष जताते शिक्षा बजट बढ़ाने और ढाचे को मजबूत करने पर जोर दिया। उन्होंने शिक्षकों का बकाया वेतन देने, सातवें वेतन आयोग का बकाया देने, नियमित तौर पर कार्य करने वाले शिक्षकों, अधिकारियों को नियमित करने, सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के खाली पड़े पदों को भरने, नई पेशन स्कीम को बंद कर पुरानी पेंशन स्कीम को बहाल करने के साथ शिक्षकों की अन्य मागों को प्रमुखता से उठाते हुए चेतावनी दी कि अगर सरकार उनकी मांगों को जल्द नही पूरा करती तो उन्हें मजबूरन शिक्षण का कार्य छोड़ अपने हक के लिए आवाज बुलंद कर पड़ सकता है।