घर जाने की अनुमति मांगने मजदूर पहुंच रहे तहसील दफ्तर
लाक डाउन के दौरान दो माह से विना काम के हीरानगर के विभिन्न स्थानों पर रह रहे मजदूरों ने अब अपने घरों में जाने की तैयारी कर ली है। मंगलवार को दर्जनों लोगों ने घर जाने के लिए तहसील कार्यालय में अपने नाम दर्ज कराए। रमाकांत मुकेश कुमार मुन्ना राजू दानिश ने बताया कि वह हीरानगर कस्बे के आस पास के गां
संवाद सहयोगी, हीरानगर: देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान दो माह से बिना काम के हीरानगर के विभिन्न स्थानों पर रह रहे मजदूरों ने अब अपने घरों को जाने की तैयारी कर ली है। मंगलवार को दर्जनों मजदूर घर जाने के लिए तहसील कार्यालय में अपने नाम व पते दर्ज कराए। रामाकांत, मुकेश कुमार, मुन्ना, राजू व दानिश ने बताया कि वे हीरानगर कस्बे के आसपास के गांवों में पिछले कुछ सालों से मजदूरी करते आ रहे हैं, अब लॉकडाउन की वजह से वे दो माह से खाली बैठे हैं जो कमाया था वो भी खर्च हो गया है। आगे कोई काम नहीं मिल रहा, अब वे वापस छत्तीसगढ़ व मध्यप्रदेश अपने घर जाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोरोना वायरस का खतरा कम हुआ तो दोबारा आने की सोच सकते हैं वरना अपने क्षेत्र में ही कोई काम धंधा ढूंढ लेंगे। उन्होंने कहा कि घर जाने के लिए वे काफी दिनों से कोशिश कर रहे हैं। पहले रेल नहीं चल रही थी, अब चलना शुरू हो गई है। प्रशासन को जाने की अनुमति देनी चाहिए। वहीं तहसीलदार हीरानगर सोहन लाल का कहना है कि घरों को वापिस जाने वाले मजदूरों की सूची बना रहे हैं जो जल्द ही डीसी कार्यालय भेज देंगे।