कनखोड़ पहुंची डॉक्टरों की टीम, बच्चों के लिए सैंपल
जागरण में प्रकाशित खबर के बाद सक्रिय हुआ प्रशासन स्वास्थ्य विभाग और पीएचई की टीम ने गांव का किया दौरा
संवाद सूत्र बनी: गांव कनखोड़ का रविवार को स्वास्थ्य विभाग व पीएचई की टीम ने गांव का दौरा किया और बच्चों की जांच की। इस दौरान पीएचई की टीम ने जहां पानी के सैंपल लिए, वहीं स्वास्थ्य विभाग की 5 सदस्यीय टीम ने 51 बच्चों की जांच कर 25 बच्चों के खून के सैंपल लिए, ताकि प्रभावित बच्चों की संख्या का पता चल सके। उधर, तीस से अधिक बच्चों के पीलिया से ग्रसित होने के बाद से गांव की गलियों में सन्नाटा पसरा हुआ है।
गौर हो कि गांव कनखोड़ में तीस बच्चों के पीलिया से ग्रसित होने संबंधी समाचार को दैनिक जागरण ने अपने आठ दिसंबर के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया, जिसके बाद रविवार को स्वास्थ्य विभाग व पीएचई की टीम हरकत में नजर आई। एसडीएम जोगिदर सिंह जसरोटिया के निर्देश पर रविवार को बच्चों के स्वास्थ्य की जाच करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की 5 सदस्यीय टीम ने गांव का दौरा किया। उप जिला अस्पताल के मेडिकल ऑफिसर डॉ. राधा किशन के नेतृत्व में पहुंची टीम ने 51 बच्चों की जांच की। इनमें से 25 बच्चों के खून के सैंपल लिए, ताकि प्रभावित बच्चों की संख्या का पता लगाया जा सके। स्वास्थ्य विभाग की टीम का नेतृत्व कर रहे डॉक्टर राधा किशन ने बताया कि जांच के दौरान जिन 25 बच्चों में पीलिया की आशंका पाई गई थी, उन सभी के खून के नमूने लिए गए और उन्हें उप जिला अस्पताल की लैब में जांच के लिए लाया गया है। इनमें 9 बच्चे पीलिया से ग्रस्त पाए गए हैं। इन सभी को स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा उपचार शुरू कर दिया गया है।
इसी तरह, पीएचई विभाग के एईई फतेह मोहम्मद ने गांव में विभाग की ओर से बनाए गए हौज का निरीक्षण करने के साथ ही गांव में स्थित एक झरने का भी जायजा लिया। उन्होंने बताया की गांव में स्थित झरने, जिसका पानी गांव के लोग पीने के लिए रुप में इस्तेमाल करते है, उसके पानी की गुणवत्ता का पता लगाने के लिए सैंपल लिया गया है। एक-दो दिन के अंदर सैंपल की रिपोर्ट आने पर पता चलेगा। साथ ही विभाग द्वारा पानी की सप्लाई के लिए बनाए गए हौज की सफाई के लिए विभाग के कर्मचारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए गए है।
ग्रामीण राजकुमार, राधे सिंह, बिशन लाल, हेमराज आदि का कहना है कि ग्रामीण गांव में मौजूद झरने व पीएचई विभाग द्वारा सप्लाई किए जाने वाला पानी ही पीते आ रहे हैं, लेकिन पिछले एक सप्ताह से अचानक एक के बाद एक बच्चों के बीमार होने का सिलसिला शुरू हो गया। लिहाजा, इस बात की जांच की जाए की जाए कि ऐसा अचानक क्यों हो रहा है। कोट्स---बाक्स---
गांव में काफी परिवार ऐसे हैं जो उपमंडल के दूरदराज गांवों के रहने वाले हैं जो कि बनी कस्बे में मिलने वाली बेहतर सुविधाओं के लिए यहां आकर रह रहे हैं। रविवार को अवकाश होने की वजह से इनमें से कई परिवार अपने-अपने गांव गए हुए थे, इसके चलते सभी की जांच नहीं हो पाई है। गांव में पहुंची टीम ने उन्हें संदेश दिया है कि स्वास्थ्य विभाग इसके प्रति गंभीर है जो भी बच्चा इस रोग से ग्रस्त हो, उसे उप जिला अस्पताल लाया जाए, ताकि उनका सही उपचार किया जा सके।
- जोगिदर सिंह जसरोटिया, एसडीएम।