हटाए स्वास्थ्य कर्मियों ने की नारेबाजी
के फैसले का विरोध कर रहे हैं लेकिन अभी तक सरकार ने उनके साथ न्याय नहीं किया है। सरकार न तो उनकी मांग पूरी कर रही है और न ही किसी प्रकार का कोई रिस्पांस नहीं आया है। कहा कि सरकार के फैसले से युवाओं को नौकरी से हाथ धोना पड़ रहा है। रोष प्रकट करते हुए कहा कि प्रदेश में नए नए मेडिकल कॉले
संवाद सहयोगी, कठुआ: एसआरओ 24 के तहत अनुबंधित स्वास्थ्य कर्मियों को हटाए जाने से खफा स्वास्थ्य कर्मियों ने वीरवार को प्रदेश प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए दोबारा नौकरी पर वापस बहाल करने की मांग की।
नारेबाजी कर रहे हटाए गए स्वास्थ्य कर्मियों ने कहा कि गत दो माह से कर्मी सरकार के फैसले का विरोध कर रहे हैं, लेकिन अभी तक सरकार ने उनके साथ न्याय नहीं किया है। सरकार न तो उनकी मांग पूरी कर रही है और न ही किसी प्रकार का कोई रिस्पांस आ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार के फैसले से युवाओं को नौकरी से हाथ धोना पड़ रहा है। रोष प्रकट करते हुए कहा कि प्रदेश में नए नए मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं, लेकिन नौकरी देने की बजाए पहले से अनुबंधित कर्मियों को भी निकाला जा रहा है। केवल वोट बैंक की राजनीति करने के लिए प्रदेश में नए नए मेडिकल कॉलेज खोले जाने की घोषणा की जा रही है, जबकि युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार एसआरओ 24 के तहत किसी भी कानून का पालन नहीं कर रही है। जिससे उनका रोष बढ़ता जा रहा है। हालांकि, इस संबंध में गर्वनर के सलाहकार से भी मिले, लेकिन कोई कारगर कार्रवाई नहीं हुई है। युवाओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि वे धरने प्रदर्शन से पीछे हटने वाले नहीं हैं और संघर्ष को तेज करेंगे। प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश के गवर्नर और सांसद जितेंद्र सिंह से कर्मियों को वापस नौकरी पर रखने की मांग की।