तीन बजते ही सड़कों पर छा जाता है सन्नाटा
कस्बे में 3 बजे के बाद कोई भी व्यक्ति नहीं दिखाई देता और ऐसा लगता है कि यहां पर कोई भी नहीं रह रहा वहीं कस्बे में किराना की दुकानों का समय 11 बजे से 3 बजे तक रखा गया है और अधिकतर गांव से लोग 3 बजे से पहले सामान वगैरह लेकर वापस जाते हैं दुकानदार बी ठीक 3 बजे अपनी दुकानें बंद करके चले
संवाद सूत्र, बनी: लॉकडाउन की वजह से पहाड़ी क्षेत्र के कस्बे में 3 बजे के बाद कोई भी व्यक्ति नहीं दिखाई देता, ऐसा लगता है कि यहां पर कोई भी नहीं रह रहा। कस्बे में करियाना की दुकानों को खोलने का समय 11 बजे से 3 बजे तक रखा गया है, अधिकांश गांव से लोग 3 बजे से पहले सामान वेगैरह लेकर वापस चले जाते हैं, दुकानदार भी ठीक 3 बजे अपनी दुकानें बंद करके चले जाते है। इसके उपरांत पूरा कस्बा और मार्ग ऐसा लगता है कि मानो यहां कोई भी व्यक्ति नहीं रहता। शनिवार को भी 3 बजे के बाद कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। यहां 3 किलोमीटर के मार्ग और कस्बे में एक भी व्यक्ति देखने को नहीं मिला, इससे साफ पता लगता है कि लोग काफी हद तक जागरूक हो गए हैं और बिना पुलिस बल के प्रयोग किए ही अपनी-अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं।