तीन साल में भी नहीं बने पूरे राशन कार्ड
दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा। ग्रामीणों का कहना है कि संबंधित विभाग तीन सालों में केई बार वेरिफिकेशन करवा चुका है फिर भी लोगों को राशन कार्ड बनवाने के लिए
संवाद सहयोगी, हीरानगर: क्षेत्र के लोगों को नए राशन कार्ड जारी करने के लिए उपभोक्ता मामले जनवितरण प्रणाली (सीएपीडी) ने तीन साल से प्रक्रिया शुरू कर रखी है, लेकिन अभी तक सभी लोगों को राशन कार्ड नहीं मिले। इस वजह से उन्हें जरूरी प्रमाण पत्र बनवाने में काफी परेशानी का सामना सामना करना पड़ रहा।
ग्रामीणों का कहना है कि संबंधित विभाग तीन साल में कई बार वेरिफिकेशन करवा चुका है, फिर भी लोगों को राशन कार्ड बनवाने के लिए कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। ग्रामीणो ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही राशनकार्ड जारी नहीं किए गए तो कार्यालय के समक्ष धरना लगा कर बैठ जाएंगे। कोट्स---
राशन कार्ड सिर्फ सरकारी डीपो से राशन लेने के लिए ही जरुरी नहीं है। वर्तमान में सरकार ने बैंक खाते खोलने, मोबाइल सीम, पैन कार्ड समेत अन्य प्रमाण पत्र बनाते समय राशनकार्ड की प्राप्ति लगाना अनिवार्य कर दिया है। जब राशनकार्ड ही लोगों के पास नहीं होंगे तो कैसे काम चलेगा, सरकार को इस पर भी विचार करना चाहिए।
-राजकुमार, स्थानीय निवासी। कोट्स---
पुराने राशन कार्ड में अधिकांश लोगों के नाम शामिल नहीं है। कुछ परिवारों के गुम हो चुके हैं। पुलिस की भर्ती के लिए आवेदन करने के लिए बार्डर सर्टिफिकेट बनवाने के लिए दस्तावेज के साथ राशनकार्ड की प्रति लगानी पड़ती है, बिना राशनकार्ड के सर्टिफिकेट नहीं बन रहे, जिससे युवाओं को आवेदन करने में दिक्कत आ रही है। संबंधित विभाग को जल्द जारी करने चाहिए।
-यशपाल। कोट्स---
नए राशन कार्ड बनाने के लिए डीलरों ने लोगों से तीन सालों से फार्म भरवा रखे हैं जब भी सीएपीडी कार्यालय में जाते हैं तो यह कह कर टाल दिया जाता है कि साईट बंद है। गरीब व्यक्ति काम छोड़कर बार बार कार्यालय नहीं जा सकता। संबंधित विभाग को राशन कार्ड बनाने के लिए कर्मचारियों की संख्या बढ़ानी चाहिए। यशपाल। कोट्स---
राशनकार्ड बनाने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है, कुछ लोगों के फार्म में नाम गलत दर्ज किए गए थे, जिस कारण थोड़ी दिक्कत आ रही थी। अब जल्द ही सभी लोगों को राशन कार्ड मिल जाएंगे।
-तीर्थ राम, टीएसओ, हीरानगर।