तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमित, तीन नए और पॉजिटिव मिले
नये मामलों में दो बिलावर और एक हीरानगर से है। जिनकी ट्रैवल हिस्ट्री दो दिल्ली से और एक हिमाचल से लौटा है और सभी पहले से ही क्वारंटाइन हैं। विगत 10 दिन पहले जहां जिला कठुआ पूरी तरह से कोरोना से सुरक्षित था वहीं अब उपरोक्त दिनों में 35 पाजिटिव मामले आ चुके हैं। अभी अन्य राज्यों से बड़ी संख्या
जागरण संवाददाता, कठुआ: जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रहा है। मंगलवार को तीन और कोरोना संक्रमित मिलने से लगता है कि अभी इस महामारी से लोगों को जल्द निजात मिलने वाली नहीं है। जिले में अब कोरोना पॉजिटिव की संख्या 34 तक पहुंच गई है। नये मामलों में दो बिलावर और एक हीरानगर से है। इन तीनों में दो दिल्ली से और एक हिमाचल से लौटा है, जिसके कारण सभी पहले से ही क्वारंटाइन हैं।
विगत 10 दिन पहले तक जिला कठुआ पूरी तरह से कोरोना से सुरक्षित था, लेकिन अब दिन प्रतिदिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ते ही जा रही है। अब तक 35 पॉजिटिव मामले आ चुके हैं। विभिन्न राज्यों से बड़ी संख्या में लोगों के लौटने की वजह से आंकड़ा कम होने की संभावना कम ही लग रही है, क्योंकि उपरोक्त सभी मामले विभिन्न राज्यों से लौटे लोगों में ही पाए गए हैं। ऐसे में अभी कोरोना से जल्द मुक्ति मिलने की उम्मीद नहीं है। अब इससे कैसे बचना है, इसके लिए लोगों को अभी तैयार से रहना है, जो लोग लॉकडाउन-4 की जारी गाइडलाइन में कई तरह की छूट मिलने की उम्मीद लगाए बैठें हैं, उन्हें शायद मालूम नहीं है कि जिले में कोरोना महामारी की क्या स्थिति है।
विगत दिनों से जितनी तेजी से जिला में कोरोना फैला है, उससे पूरा जिला अब इसकी चपेट में आने लगा है। पहले कुछ क्षेत्र ही इससे प्रभावित थे, लेकिन अब बसोहली, बिलावर, हीरानगर के बाद कठुआ क्षेत्र भी इसकी चपेट में आ रहा है। कठुआ शहर व आसपास के क्षेत्र में चार मामले आ चुके हैं। अभी और कितने आएंगे, इसकी कोई गारंटी नहीं है। उधर लोग इतनी तेजी से बढ़ रहे मामलों के बाद भी लॉकडाउन 4 में जिला प्रशासन द्वारा और ढील देने की उम्मीद लगाए हैं, जबकि जिला अभी भी रेड जोन की श्रेणी में है। इसके चलते अभी कठुआ में ज्यादा ढील की उम्मीद नहीं की जा सकती है, जब तक लखनपुर से अन्य राज्यों से जम्मू कश्मीर के लोगों का लौटने का क्रम जारी है, तब तक कोरोना का खतरा भी बना रहेगा।
इस सब को देखते हुए जिले में अभी तक प्रशासन ने कोई भी अतिरिक्त ढील नहीं दी है, अगर दी है तो सिर्फ कुछ शर्तो के साथ। मंगलवार शहर में दिन के 11 बजे से लेकर रात तक कर्फ्यू जैसे हालात रहे, सड़कों पर इतनी चहल पहल नहीं रही, क्योंकि कोई भी दुकान सिवाए केमिस्ट के खुली नहीं, सिर्फ दूध, फल और सब्जी की दुकानें ही खुलीं जो की 11 बजे के बाद बंद हो गई। इसके बाद शहर में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा रहा। अब बुधवार को सीमेंट, गोदाम एवं आउटलेट खुलेंगे। इसके चलते कल भी बाजार में चहल पहल नहीं दिखेगी
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शारीरिक दूरी की पालन करने के प्रति नहीं हैं लोग गंभीर
कोरोना एक दूसरे के संपर्क में आने से ही फैलता है, उसके बाद भी लोग शारीरिक दूरी की पालना नहीं करते दिख रहे हैं, हालांकि कोरोना के शुरू-शुरू में लोग कुछ हद तक, वह भी पूरी तरह से लॉकडाउन और पुलिस की सख्ती के कारण शारीरिक दूरी की पालन करते दिखे, लेकिन जैसे-जैसे अब कुछ गैर जरूरी दुकानें या लंगर व निशुल्क राशन लेने के लिए भीड़ में सरेआम धज्जियां उड़ा रही है। सुबह सब्जी मंडी में तो मेले जैसा ²श्य रहता है, जबकि वहां अलग-अलग स्थानों से लोग आते हैं, और तो और वहां पर खुली चाय की दुकानों पर भी लोग बेखौफ होकर चाय पीते देखे जाते हैं। वहां पर तो शारीरिक दूरी की पालन जैसी कोई चीज ही नहीं है। इसके अलावा राशन पाने की होड़ में भी खासकर महिलाएं शारीरिक दूरी की धज्जियां उड़ाती देखी जाती है। जैसे जैसे कोरोना महामारी का समय बढ़ता जा रहा है, लोग अब कोविड-19 के प्रोटोकाल की पालना करने को नजरअंदाज करने शुरू हो गए हैं।