डिग्री कॉलेज बनाने की माग को लेकर प्रदर्शन
संवाद सहयोगी चड़वाल मढ़ीन डिग्री कॉलेज को पंबड़वा गाव में बनाए जाने के फैसले का मढ़ीन क्षेत्र
संवाद सहयोगी, चड़वाल: मढ़ीन डिग्री कॉलेज को पंबड़वा गाव में बनाए जाने के फैसले का मढ़ीन क्षेत्र के लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया है। रविवार को मढ़ीन व आसपास के दर्जनों गावों के लोगों ने रामलीला क्लब परिसर में प्रदर्शन करते हुए प्रशासन से अपने फैसले में बदलाव कर कॉलेज को तहसील मुख्यालय के आसपास बनाए जाने की माग की है।
इस अवसर पर लोगों ने जिला प्रशासन के रवैये को तानाशाही करार देते हुए प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही कहा कि प्रशासन जगह का चयन करते समय क्षेत्र के लोगों से कोई संपर्क नहीं किया और बिना किसी सार्वजनिक सूचना के शिलान्यास करने का काम निपटाने का प्रयास किया, लेकिन क्षेत्र के लोग प्रशासन के इस तानाशाही रवैये को बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर प्रशासन ने अपने फैसले को नहीं बदला तो लोग संघर्ष तेज करने को मजबूर होंगे।
प्रदर्शनकारियों में शामिल शिव देव सिंह, सरपंच करण कुमार, सरपंच राकेश चौधरी, भाजपा मंडल अध्यक्ष भानु प्रकाश गुप्ता, भाजपा युवा मंडल के पूर्व अध्यक्ष राज सिंह मखनी, बंदराल, धर्मपाल कुंडल, नायब सरपंच अशोक कुमार शर्मा ने कहा कि प्रशासन ने जमीन की निशानदेही करने के लिए तहसील से किसी भी व्यक्ति को विश्वास में नहीं लिया और न ही लोगों से कोई सलाह मशविरा किया। अपनी मनमर्जी से तहसील मुख्यालय से करीब 7 किलोमीटर दूर बरनोटी ब्लॉक में सुनसान जगह पर कॉलेज के लिए इमारत बनाने का फैसला कर लिया। जिला प्रशासन के इस फैसले का क्षेत्र के लोग विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बॉर्डर क्षेत्र के बच्चों के लिए उच्च शिक्षा की सुविधा मुहैया करवाने के लिए कॉलेज को मंजूरी दी गई, लेकिन प्रशासन के तानाशाही रवैया के कारण बॉर्डर क्षेत्र के बच्चों को कॉलेज की उचित सुविधा नहीं मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि मढ़ीन ब्लॉक में 22 पंचायतें पड़ती है और सभी पंचायतों के पंच सरपंच प्रशासन के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने राज्यपाल से माग करते हुए कहा कि प्रशासन के उक्त फैसले को रद कर लोगों की मर्जी के अनुसार मढ़ीन ब्लॉक में ही कॉलेज की इमारत बनाई जाए। साथ ही प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा की अगर लोगों की मर्जी के अनुसार कॉलेज की इमारत नहीं बनाई गई तो लोग इसके विरोध में संघर्ष तेज करेंगे।