पाक गोलाबारी से प्रभावित रठुआ के बहुरेंगे दिन
रठुआ पहुंचे डीसी गोलाबारी के प्रभावितों का हाल जानारठुआ पहुंचे डीसी गोलाबारी के प्रभावितों का हाल जानारठुआ पहुंचे डीसी गोलाबारी के प्रभावितों का हाल जानारठुआ पहुंचे डीसी गोलाबारी के प्रभावितों का हाल जानारठुआ पहुंचे डीसी
संवाद सहयोगी, हीरानगर : पिछले करीब डेढ़ माह से पाकिस्तान की अकारण गोलाबारी से परेशान हीरानगर के सीमांत गांव रठुआ के लोगों का हाल जानने के लिए डीसी ओम प्रकाश भगत ने गांव का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए बनाए जा रहे बंकरों के निर्माण कार्य का जायजा लिया और लोगों की समस्याएं भी सुनीं।
स्थानीय लोगों ने डीसी भगत को बताया कि आए दिन पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी से प्रभावित रहने वाले ग्रामीणों को प्रशासन से सहयोग अपेक्षित है जो कि अभी तक उन्हें नही मिल पाई है। इसके कारण गोलाबारी के दौरान बनने वाले हालत में इस इलाके में रहने वाले लोग अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे है। डीसी ने कहा कि किसी भी हालत में लोगों को राहत पहुंचाने के लिए सड़क मार्ग का होना सबसे ज्यादा जरूरी है। गांव को आने वाली सड़क की हालत पानसर के बाद इतनी खराब है कि इस पर वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका बनी रहती है। गांव में गलियों के हालत तो और भी ज्यादा बदत्तर है। गांव में लोगों को स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए डिस्पेंसरी तो है, लेकिन वहां कोई डॉक्टर नही है। डेढ़ माह से क्षेत्र में आए दिन होने वाली गोलाबारी में कभी भी किसी के घायल होने की आशंका बनी रहती है। लिहाजा, उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करवाई जाए।
ग्रामीणों ने डीसी को बताया कि भारतीय सीमाओं की रक्षा करने के लिए वर्ष 2001 के दौरान बीएसएफ द्वारा जो तारबंदी की गई थी, इसमें गांव की काफी कृषि योग्य भूमि चली गई थी। वर्ष 2007 के बाद बीएसएफ ने उसके काफी आगे जाकर नई तारबंदी कर ली है। लिहाजा, पुरानी तारबंदी को हटाया जाए, ताकि गांव के किसान इस भूमि पर भी खेती कर सके। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में अभी धान की कटाई का काम चल रहा है, लिहाजा उनकी सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया जाए।
लोंगों की समस्या सुनने के बाद डीसी ने मौके पर मौजूद ग्रामीण विकास विभाग के इंस्पेक्टर को गांव में गलियों के सुधार का प्लान बनाने के निर्देश दिए, जबकि सड़क के बारे में उन्होंने कहा कि वे स्वयं इसे अगले वित्तीय वर्ष के प्लान में रखवाएंगे, ताकि लोगों को राहत दी जा सके। इसके बाद उन्होंने गांव में लगी पुरानी तारबंदी का निरीक्षण करते हुए ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि इस बारे में उच्चाधिकारियों से बात की जाएगी। उन्होंने स्वास्थ्य सुविधा के बारे में कहा कि गांव की डिस्पेंसरी में एक एंबूलेंस तैनात की जाएगी, ताकि लोगों को अस्पताल तक समय पर पहुंचाया जा सके।
इस मौके पर तहसीलदार हीरानगर सोहन लाल, पीडब्ल्यूडी के एईई केके अत्री, सरपंच मोहन लाल, अशोक कुमार शर्मा, सुरेंद्र कुमार आदि मौजूद थे।