रेहड़ियों का किराया बढ़ाए जाने का विरोध
संवाद सहयोगी बिलावर म्यूनिसिपल कमेटी द्वारा अचानक रेहड़ियों के बढ़ाये गए किराये को लेकर
संवाद सहयोगी, बिलावर : म्यूनिसिपल कमेटी द्वारा अचानक रेहड़ियों के बढ़ाये गए किराये को लेकर रेहड़ी वालों ने विरोध दर्ज करवाना शुरू कर दिया है। रेहडी वालों का एक प्रतिनिधि मंडल बुधवार को म्यूनिसिपल कमेटी के कार्यकारी अधिकारी सुभाष चंद्र रैना से मिला।
प्रतिनिधि मंडल में शामिल सदस्यों ने कहा कि पहले वे लोग 180 रुपये प्रति माह कमेटी को रेहडी फीस देते थे, लेकिन अब उसे 15 सौ रुपये करने का फैसला अचानक कर दिया गया है जो कि सरासर गलत है। प्रतिनिधि मंडल में शामिल गिरधारी लाल, राजू कश्यप, कुलभूषण कश्यप, सतपाल, सचिन कुमार, सुरेश कुमार आदि ने कहा कि कमेटी को वे लोग 180 रुपये प्रति माह किराया देते हैं, लेकिन हर रोज उनके पास कमेटी के कर्मचारी यह संदेश लेकर आता है कि रेहडी की फीस 180 से बढ़ाकर पंद्रह सौ रुपये प्रति महीना कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि कमेटी का यह फरमान कई लोगों के घरों के चुल्हे बंद करवाने जैसा है। कई बार तो 15 सौ रुपये पूरे माह नहीं कमाते हैं तो ऐसे में बढ़ा हुआ किराया कहा से देंगे। उन्होंने कहा कि ऐसे में तो उन्हें रेहड़ी लगाना बंद करना होगा। इससे दर्जनों रेहडी चालको से रोजगार छीन जाएगा। ऐसे में काम न होने के कारण उनका परिवार रोटी रोटी के लिए मोहताज हो जाएगा, इसलिए कमेटी के चेयरमैन और अधिकारी बढ़े हुए अधिक किराये के फैसले को वापस ले। उन्होंने कहा कि कमेटी किराये बढ़ाये, लेकिन थोड़ा-थोडा।
म्यूनिसिपल कमेटी के कार्यकारी अधिकारी सुभाष चंद्र रैना ने कहा कि उन लोगों की मागों को कमेटी के चेयरमैन के संज्ञान में लाया जाएगा।