हीरानगर व बरनोटी हलके के 36 पंचायतों में मतदान आज, तैयारियां पूरी
जागरण संवाददाता कठुआ रविवार को हीरानगर व बरनोटी में जिला विकास परिषद (डीडीसी) के छठे
जागरण संवाददाता, कठुआ: रविवार को हीरानगर व बरनोटी में जिला विकास परिषद (डीडीसी) के छठे चरण का मतदान होगा, जिसके लिए 143 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। करीब 67250 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। दोनों हलकों में कुल 36 पंचायतें हैं। बरनोटी चुलाव हलके में कुल 31998 और हीरानगर चुनाव हलके में कुल 35252 मतदाता हैं। हीरानगर का कुछ क्षेत्र भारत-पाक सीमा से सटा है, वहीं बरनोटी का ज्यादातर क्षेत्र कंडी इलाका है।
शनिवार सुबह डीसी ओपी भगत की देखरेख में करीब पांच सौ कर्मियों एवं हजार के करीब सुरक्षा कर्मियों को बसों से चुनाव सामग्री के साथ डिग्री कॉलेज से रवाना किया गया। इससे पहले सभी कर्मियों को डीसी ने निष्पक्ष एवं स्वतंत्र चुनाव कराने का पाठ भी पढ़ाया, ताकि पूर्व के पांच चरणों की तरह ये चरण भी निष्पक्ष एवं शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न हो सके। हालांकि, बीती रात बारिश के बाद सुबह मौसम साफ रहा। इससे मतदान से पूर्व तैयारियों की प्रक्रिया में बाधा नहीं आई। सभी मतदान कर्मियों को दोपहर तक रवाना किया गया जो कि शाम तक अपने-अपने तैनाती वाले मतदान केंद्रों में पहुंच गए।
शनिवार सुबह से दोपहर तक डिग्री कॉलेज में बड़ी संख्या में कर्मियों एवं सुरक्षा बलों को रवाना करने के लिए कॉलेज परिसर में काफी गहमागहमी बनी रही। जिले में जारी डीडीसी चुनावी प्रक्रिया में ये सबसे ज्यादा मतदान एवं मतदाताओं की संख्या वाले हलके हैं। पहाड़ी क्षेत्र न होकर हाईवे से सटे और कंडी के साथ-साथ सीमांत में भी पड़ता है। इन चुनाव हलकों में भी भाजपा ने अपना चुनाव प्रचार ज्यादा किया, जिसके लिए केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी, केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर, केंद्रीय राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह, राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुग, सांसद संजय भाटिया सहित स्थानीय प्रदेश के नेता चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे। हालांकि इन हलकों में कांग्रेस का प्रचार स्थानीय नेता तक ही सीमित रहा। आजाद उम्मीदवारों ने हीरानगर में पार्टी के उम्मीदवारों के साथ प्रचार में कोई कमी नहीं छोड़ी है। दोनों हलकों में किसी भी राजनीतिक पार्टी का कोई चर्चित उम्मीदवार चुनाव मैदान में नहीं है। लगभग सभी नए चेहरे चुनाव मैदान में उतरे हैं। बरनोटी हलका महिलाओं के लिए आरक्षित है, जहां पर चुनाव में भाग ले रही उम्मीदवारों की कोई भी राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं है। हीरानगर हलका सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए है।