रोजाना गुलजार रहने वाले बिलावर बस अड्डे पर पसरा सन्नाटा
करुण शर्मा बिलावर कोरोना महामारी की मार से कोई भी अछूता नहीं है। यहां तक कि मंदिरों के क
करुण शर्मा, बिलावर: कोरोना महामारी की मार से कोई भी अछूता नहीं है। यहां तक कि मंदिरों के कपाट भी पूजा के लिए बंद पड़े हुए हैं, इसके चलते लोगों की आस्था पर कोरोना का ग्रहण लग चुका है। प्रशासन द्वारा संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए लगाए गए कोरोना कर्फ्यू व लाकडाउन के कारण दुकानें कई दिनों से बंद पड़ी हुई है। इसके चलते लोग अपने आप को संक्रमण से बचाने के लिए घरों में कैद हैं। इससे बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है। इतना ही नहीं, महामारी की वजह से बच्चों के भी घरों से बाहर निकलने पर पाबंदी लगी हुई है। कहा जा सकता है कि महामारी ने लोगों की जिंदगी लाकडाउन कर दिया है।
अगर बात की जाए बिलावर का मुख्य बस अड्डे की तो 24 घटे लोगों के चहल पहल से गुलजार रहता था, लेकिन आज वहा सन्नाटा पसरा हुआ है। बसें कई दिनों से खड़ी हैं, दुकानें बंद पड़ी हुई है। एक तरह से कोरोना महामारी ने लोगों की जिंदगी को लाकडाउन करके रख दिया है। दूसरी ओर संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए प्रशासन द्वारा भी ज्यादा सख्ती बरती जा रही है। बहरहाल, लोगों का यही कहना है कि इस महामारी से कब निजात मिलेगी और कब जिंदगी का पहिया दोबारा गुलजार होकर दौड़ेगा। कोट्स सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन का प्रशासन पालन करवा रहा है, ताकि महामारी के इस दौर में संक्रमण को फैलने से रोका जाए।
-संदेश कुमार शर्मा, एडीसी, बिलावर। कोट्स
लाकडाउन के चलते दुकानें बंद पड़ी हुई है। इसके चलते काम धंधा बिल्कुल ठप पड़ा हुआ है। दिनचर्या भी प्रभावित हो रहा है, जिससे जिंदगी काफी मुश्किल हो गई है।
- शाम शर्मा, दुकानदार।
कोट्स
संक्रमित होने के बाद जगह-जगह माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। इसके चलते बाजार बिल्कुल बंद है। कुछ ऐसा ही हाल माता सुकराला देवी का है, जहा पर माइक्रो कंटेनमेंट जोन बना है, जहां प्रशासन द्वारा सख्ती के चलते दुकानें बंद है।
-अमन शर्मा, पंच, सुकराला देवी।
कोट्स
प्रशासन द्वारा लाकडाउन लगाने का फैसला सराहनीय है। दूसरी ओर दुकानें बंद होने के कारण लोगों को खाद्य सामग्री लेने के लिए परेशान होना पड़ता है। इस तरफ ध्यान देने की जरुरत है।
-अनील अंताल।