स्कूल के अपग्रेड होने पर भी नहीं बढ़ा स्टाफ
संवाद सहयोगी बसोहली सरकार द्वारा स्कूलों को अपग्रेड तो कर दिया गया मगर जरूरी स्टाफ की नियुक्ति क
संवाद सहयोगी, बसोहली: सरकार द्वारा स्कूलों को अपग्रेड तो कर दिया गया, मगर जरूरी स्टाफ की नियुक्ति को लेकर शिक्षा विभाग शायद भूल गया। इससे आने वाले दिनों में छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होगी। साथ ही उनका भविष्य भी अंधकारमय होने की संभावना है।
दूरदराज के गाव भीकड में मिडिल स्कूल से हाई स्कूल 2014-15 में अपग्रेड हुआ था, लेकिन सरकार ने स्कूल को अपग्रेड तो कर दिया, मगर शिक्षा विभाग भूल गया कि इस हाई स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के लिए अध्यापकों की भी जरूरत है या नहीं। इस स्कूल को शिक्षा विभाग द्वारा अपग्रेड किए हुए लगभग 6 साल हो गए हैं, लेकिन आज तक यहा पर हैडमास्टर की पोस्ट ही सेंक्शन नहीं हो पाई है, यहा से चार बैच दसवीं कक्षा की पढ़ाई करके हाई सेकेंडरी में पहुंच गई है, लेकिन इस स्कूल में आज तक जरूरी पदों की स्वीकृति नहीं हो पाई है। गाव के नायब सरपंच योगेंद्र सिंह ने बताया कि स्कूल का स्तर बढ़ा, मगर नहीं बदले तो हालात। इसे लेकर मुख्य शिक्षा अधिकारी से भी मिले, लेकिन लोगों की कोई भी सुनवाई नहीं हो पा रही है। यहा के बच्चे जो है बहुत ही बुरी स्थिति में है, स्कूल में मिडिल स्कूल का भी स्टाफ उपलब्ध नहीं है। एक तो दूरदराज के क्षेत्रों के बच्चे पढाई के लिए तैयार नहीं होते, अगर होते हैं तो उनकी पढ़ाई हर बार शिक्षकों के अभाव में रह जाती है। उन्होंने बताया कि यहा पर कोई निजी स्कूल तक नहीं है, सभी बच्चे सरकारी हाई स्कूल के शिक्षा पर ही निर्भर हैं। सरकार को चाहिए कि जो दूरदराज के स्कूल हैं, वहा पर रिक्त पद भरे जाएं, शहरी क्षेत्रों में हर स्कूल में शिक्षक देखने को मिलते हैं, लेकिन यहा पर नहीं। शहरी क्षेत्रों में निजी स्कूल भी हैं, मगर यहा पर सब एक ही स्कूल पर निर्भर हैं। उप राज्यपाल मनोज सिन्हा से निवेदन करते हैं कि यहा पर रिक्त पड़े सभी पदों भरा जाएं।