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कठुआवासियों को मिला नया रूट, 50 गांवों को फायदा

जागरण संवाददाता कठुआ कठुआवासियों समेत पूरे प्रदेश के लोगों को पंजाब जाने के लिए एक और

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Jun 2021 12:22 AM (IST)Updated: Fri, 18 Jun 2021 12:22 AM (IST)
कठुआवासियों को मिला नया रूट, 50 गांवों को फायदा
कठुआवासियों को मिला नया रूट, 50 गांवों को फायदा

जागरण संवाददाता, कठुआ : कठुआवासियों समेत पूरे प्रदेश के लोगों को पंजाब जाने के लिए एक और नया रूट मिल गया। हालांकि, यह मार्ग पल्ली मोड़ से नगरी-बमियाल पंजाब को जोड़ेगा। इस मार्ग पर करीब 50-60 गांवों के ग्रामीणों का अब पंजाब आने-जाने के दौरान फायदा होगा, क्योंकि 22 मीटर चौड़ी मार्ग कहने को तो लिंक मार्ग होगा, लेकिन हाईवे की तरह सुज्जित है। इतना ही नहीं, इस मार्ग पर वाहन चालकों को लखनपुर टोल देने से भी राहत मिलेगी।

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दरअसल, अरुणाचल प्रदेश में आयोजित एक समागम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आयोजित समारोह से आनलाइन पल्ली मोड़ स्थित हाईवे से पंजाब के सीमांत क्षेत्र बमियाल को जोड़ने वाले 18 किलोमीटर लंबा मार्ग राष्ट्र को समर्पित किया। इस तरह पड़ोसी राज्य पंजाब को एक और सड़क मार्ग से जुड़ने की चौथी इंटर स्टेट क्नेक्टीविटी मिल गई है। करीब 47 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुए कठुआ जिले से पंजाब को जोड़ने वाला चौथा मार्ग होगा। इससे दो साल पहले किड़ियां गंडयाल को जोड़ा गया था। यह मार्ग डोगरा मंदिर पल्ली मोड़ से नगरी-बमियाल पंजाब को जोड़गा। बमियाल पठानकोट जिला का सीमांत क्षेत्र है, जबकि नगरी कठुआ जिला का पंजाब से सटा क्षेत्र है। बाक्स----

मार्ग के निर्माण की योजना वर्ष 2005 में बनी थी

उक्त मार्ग को लखनपुर टोल प्लाजा में उस समय भारी यातायात का लोड बढ़ते देख दूसरा वैकल्पिक टोल प्लाजा नगरी में बनाने की योजना बनी थी,जो कई सालों पर फाइलों में ही लटक कर रह गई। हालांकि, इस मार्ग को इंटर स्टेट क्नेक्टीविटी के तौर पर पीडब्ल्यूडी ने बनाने की योजना तैयार की थी। इसके लिए फंड सीआरएफ से मांगे गए, लेकिन कई सालों तक फंड नहीं मंजूर हुए, जबकि टोल प्लाजा को वर्ष 2006 में ही फंक्शनल कर दिया गया। वहां पर 20 करोड़ खर्च कर लखनपुर की तरह टोल प्लाजा बनाया गया, लेकिन बीआरओ पंजाब से जम्मू कश्मीर को सीमांत क्षेत्र में डिफेंस को मजबूत बनाने के लिए पहले से ही सड़क बनाने का काम शुरू करने की योजना थी। इसके कारण उक्त मार्ग को भी बीआरओ के हवाले कर दिया गया, लेकिन करीब 10 सालों तक बीआरओ भी फंड के अभाव में मार्ग का निर्माण नहीं करा पाया। अब तीन साल पहले फंड मंजूर होने पर निर्माण कार्य शुरू हुआ, जो अब पूरा हुआ, लेकिन अब नगरी टोल प्लाजा भी लखनपुर की तरह कोई काम का नहीं रहा है। वहां की कोरोड़ों की इमारते वहीं रह गई हैं, क्योंकि अनुच्छेद 370 खत्म होते ही टोल प्लाजा भी खत्म कर दिए गए। अब ये मार्ग ज्यादातर डिफेंस और आम लोगों के लिए सुविधाजनक बनेगा और अमतृसर जाने वाले लोगों को किड़ियां गंडयाल और लखनपुर के अलावा एक और वैकल्पिक मार्ग मिल गया है। बाक्स----

सबसे ज्यादा फायदा बमियाल के लोगों को होगा

बमियाल क्षेत्र के लोग जिला कठुआ के जीएमसी में स्वास्थ सेवाओं का लाभ लेने आते हैं। उनके लिए यह मार्ग अहम साबित होगा। वहां से और कठुआ व जम्मू के लिए बमियाल से यात्री बस सेवा भी सुगम हो जाएगी। सबसे अहम सामरिक ²ष्टि से इस मार्ग से रक्षा क्षेत्र मजबूत होगा।


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