कहीं कठुआ में अंतरराज्यीय चोर गिरोह सक्रिय तो नहीं
जागरण संवाददाता कठुआ कठुआ व आसपास के इलाकों में अंतरराज्यीय चोर गिरोह सक्रिय होने की अट
जागरण संवाददाता, कठुआ : कठुआ व आसपास के इलाकों में अंतरराज्यीय चोर गिरोह सक्रिय होने की अटकलें लग रहीं हैं। इस माह अब तक ज्वैलरी की दुकान सहित कई जगहों पर चोरी की ताबड़तोड़ वारदातें हुई हैं। चोरों के हौसले इतने बुलंद थे कि उन्होंने अन्य कीमती सामान के साथ एक जगह से बंदूक व दूसरी से रिवाल्वर तक उड़ा ली। इसके बावजूद पुलिस इस मामले को हल्के से ले रही है। लोग दहशत में हैं। लापरवाही की हद यह है कि एक चोरी पुलिस के आला अधिकारी कार्यालय के पास हुई है।
गौरतलब है कि कठुआ जिला पड़ोसी राज्य पंजाब व हिमाचल से सटा है, जिसके कारण लोगों को आशंका है कि बढती चोरी की वारदातों के पीछे किसी बड़े गिरोह का हाथ है। चोरी हुए हथियार अभी तक बरामद नहीं हो पाए हैं। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि पुलिस मामले की गंभीरता से जांच करे। हालांकि, पुलिस दावा है कि जल्द ही चोरी का सुराग लगा लिए जाएंगे। सबसे हैरानी इस बात कि है की एक ही दुकान में चोरी की दो बार घटना को अंजाम देने के बाद दुकानदार की ओर से की गई सुरक्षा के कड़े इंतजाम के बाद भी चोर दोबारा चोरी की बड़ी वारदात को अंजाम देने में सफल हो गए। शहर के दो प्रमुख स्थानों, जिसमें एक ज्वैलर की दुकान से इसी माह गत 10 फरवरी को करीब 20 लाख के गहनों की चोरी करने के साथ सुरक्षा के लिए रखी गई लाइसेंसी बंदूक भी चोर चोरी कर ले गए। इससे दुकान मालिक सहित कई शहरवासी भी सकते में है। उक्त दुकान में पांच साल पहले भी ऐसी ही चोरी की बड़ी घटना हुई थी, उसके बाद फिर दूसरी बार वारदात को अंजाम देकर वहां पड़े हथियार को भी उठाकर ले जाने से शहर में सुरक्षा पर भी प्रश्नचिन्ह लग गया है। सबसे अहम चोरों के अंदर घुसने की दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में गतिविधि कैद है, लेकिन चोर अभी तक पुलिस की पहुंच से बाहर है।
सबसे दिलचस्प बात यह है कि दुकान में चोरी करने का फिर वही पुराना तरीका था,जैसे पांच साल पहले दुकान के सबसे ऊपर वाले छत से प्रवेश करना शामिल है। इसका मतलब चोरों के हौसले बुलंद हैं, क्योंकि पहले वाली चोरी के सुराग लगाने में पुलिस विफल रही। इसी दुकान से सटे मात्र 100 फीट की दूरी पर खजूरिया किराना की दुकान से भी डेढ़ साल पहले छत से प्रवेश कर चोर लाखों की नगदी उड़ा कर ले गए। चोर भी सीसीटीवी में कैद है, लेकिन पुलिस अभी तक उसकी पहचान नहीं कर पाई। यही कारण है कि चोरी की घटनाएं बढ़ती जा रही है और ऐसी वारदातों को अंजाम देने वाले चोर कमजोर सुरक्षा व्यवस्था का पूरा लाभ उठा रहे हैं। बहरहाल, अब सवाल यह है कि अगर ऐसी चोरी की बड़ी वारदातों को अंजाम देने में चोर सफल होते रहे तो शहरवासियों में असुरक्षा की भावना पैदा होना स्वाभाविक है, क्योंकि चोरों ने 20 फरवरी को शहीद कैप्टन सुनील चौधरी के चक राम सिंह गांव स्थित घर में भी परिवार के सदस्यों की गैर मौजूदगी में जेवरात और नगदी उड़ाने के साथ एक रिवाल्वर भी चोर ले गए। इस दूसरी चोरी ने पुलिस की सुरक्षा को चुनौती दे डाली है, जबकि शहीद के पिता जो कि सेना से सेवानिवृत्त कर्नल है, उन्होंने स्वयं एसएसपी से मिलकर सुराग लगाने की मांग की। उपरोक्त दो चोरियों में हथियार भी चोरी होने से अब ऐसे चोर गिरोह से लोगों को अपनी जान का भी खतरा पैदा हो गया है कि कहीं वे चोरी की घटना में अपने को असफल होते देख हथियारों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। यही कारण है कि बुधवार को पुलिस पब्लिक मीट में शहरवासियों ने शहर में बढ़ती चोरी की घटनाओं का मुद्दा जोरों से उठाया। चोरी का मुद्दा उठाने वालों में नगर परिषद प्रधान नरेश शर्मा, सेवानिवृत्त कर्नल पी एल चौधरी, प्रो. राम मूर्ति, मास्टर ध्यान चंद, चरणजीत सिंह पोला प्रमुख रहे। कोट्स---
शहर की दो प्रमुख चोरी की वारदातों का सुराग लगाने के साथ अन्य चोरी के मामलों में वांछित चोरों को पकड़ने के लिए पुलिस काम कर रही है। इसमें कई मामले सुलझाएं गए हैं, जबकि हथियार चोरी की दो वारदातों को भी जल्द सुलझा लिया जाएगा। इस पर पुलिस गंभीरता से काम कर रही है।
-डा. शैलेंद्र मिश्रा, एसएसपी।