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कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने को स्वास्थ्य विभाग तैयार

राकेश शर्मा कठुआ कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए जिला प्रशासन न

By JagranEdited By: Published: Tue, 03 Aug 2021 05:59 AM (IST)Updated: Tue, 03 Aug 2021 05:59 AM (IST)
कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने को स्वास्थ्य विभाग तैयार
कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने को स्वास्थ्य विभाग तैयार

राकेश शर्मा, कठुआ: कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि, जिले में अब दूसरी लहर का प्रकोप नहीं के बराबर है, क्योंकि पौने सात लाख की आबादी वाले जिले में अब मात्र 6 सक्रिय कोरोना संक्रमित रह गए हैं। आलम यह है कि कई-कई दिनों बाद एक या दो संक्रमित मामले आ रहे हैं। इसके चलते दूसरी लहर से लोगों को लगभग मुक्ति मिल चुकी है, लेकिन तीसरी लहर की जताई जा रही संभावना को देखते हुए प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है। हालांकि, प्रशासन का दावा है कि तैयारी पूरी है।

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दरअसल, कोरोना की दूसरी लहर में हर जगहों पर ऑक्सीजन की कमी देखी गई, लेकिन जिले में आक्सीजन की कमी को लेकर अन्य बड़े अस्पतालों की तरह मारामारी नहीं रही, फिर भी इस महामारी में प्रशासन ने पूर्व की दो लहरों से सबक लेते हुए आक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए मेडिकल कॉलेज के एसोसिएट अस्पताल में एडवांस में ही 2250 एलपीएम क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट स्थापित कर लिया है जो पूरी तरह से कार्य कर रहा है। इसके अलावा सबसे बड़ी सुविधा प्लांट से आक्सीजन की सप्लाई सीधे बेड तक पहुंचाई गई है। उक्त प्लांट के अलावा दो और आक्सीजन प्लांट, जिसमें एक हजार और दूसरा 750 एलपीएम क्षमता के प्लांट लगाया जाएगा। इसमें एक हजार क्षमता वाला प्लांट लगने का काम शुरू हो चुका है यानि 3250 एलपीएम आक्सीजन की क्षमता वाले प्लांट जीएमसी कठुआ में सुनिश्चित हो चुके है और 750 और लगने से कुल 4250 एलपीएम क्षमता आक्सीजन की सिर्फ जीएमसी कठुआ में उपलब्ध रहेगी।

जिले के दूरदराज हेल्थ सेंटरों में भी इसकी जरूरत को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने तीन सब जिला अस्पताल बसोहली, बनी और हीरानगर में भी 500 एलपीएम की क्षमता वाले आक्सीजन प्लांट स्थापित किए हैं जो कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग का सबसे बड़ा कदम है। इसके अलावा जीएमसी में भी आईसीयू बेड की संख्या बढ़ाकर 20 कर दी गई है। छोटे बच्चों के लिए जीएमसी में ईको और नीको वार्ड भी सक्रिय कर दिए गए हैं।

बहरहाल, गांव-गांव में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए प्रशासन ने सभी 257 पंचायतों में पांच-पांच बेड के कोविड केयर सेंटर स्थापित किए हैं, जहां पर आक्सीजन कंसंट्रेटर की सुविधा भी दी गई है। वहीं, जिले में अलग से कोविड वेलनेस सेंटर भी बनाए गए हैं, जिसमें एक जंगलोट स्थित विश्वविद्यालय के साउथ कैंपस, खरोट आदि को भी तैयार रखा गया है। बाक्स----

बचाव में टीकाकरण को प्राथमिकता मुख्य तैयारी

जिले के सीएमओ डॉ. अशोक चौधरी ने बताया कि तीसरी लहर से निपटने में सबसे बड़ी तैयारी कोरोना टीकाकरण अभियान है, जिसे एडवांस में ही तेजी से किया जा रहा है जो कि कोरोना से इस समय सबसे बड़ी सुरक्षा मानी जा रही है। इसमें जिले के 45 से ऊपर की आयु के 98 फीसद लोगों को पहली खुराक दी जा चुकी है और 34 फीसद को दूसरी खुराक भी दी जा रही है। अब यह अभियान पूरी तेजी से जारी है। इसके अलावा 18 से ऊपर आयु के लोगों को भी टीकाकरण किया जा रहा है। लखनपुर में अभी भी बिना जांच के किसी भी यात्री को अन्य राज्य से प्रवेश की अनुमति नहीं है, वे भी तीसरी लहर की आशंका से निपटने का एक बड़ा कदम है।


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