टीकाकरण को लेकर मारामारी, केंद्रों पर लग रही है लंबी कतार
जागरण संवाददाता कठुआ जिले में कोरोना टीकाकरण को लेकर अब केंद्रों में अफरा-तफरी की ि
जागरण संवाददाता, कठुआ: जिले में कोरोना टीकाकरण को लेकर अब केंद्रों में अफरा-तफरी की स्थिति बनने लगी है। आलम यह है कि केंद्र पर रजिस्ट्रेशन शुरू होने से पहले लंबी लाइनें लग जा रही है। इस दौरान शारीरिक दूरी का पालन तक नहीं किया जा रहा है। केंद्रों पर लग रही लंबी-लंबी लाइनें और कोविड-19 के उल्लंघन कहीं कोरोना संक्रमण का कारण न बन जाए। उधर, लाड़ी पंचायत में वैक्सीनेशन करने जा रही स्वास्थ्य विभाग की टीम रास्ता खराब होने के कारण गांव में ही नहीं पहुंची, जिसके विरोध में ग्रामीणों ने नारेबाजी की।
दरअसल, कुछ माह पहले तक लोग कोरोना वैक्सीन लगाने को लेकर उदासीन नजर आ रहे थे, लेकिन अब इसे लगवाने को लेकर गंभीर हो गए हैं। अब हर कोई कोरोनारोधी वैक्सीन लगाने के लिए स्वयं आगे आ रहा है। शुक्रवार को राजबाग क्षेत्र में स्थित जुथाना के लाड़ी पंचायत के लोगों ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा पंचायत में वैक्सीन लगाने के लिए तय दिन पर नहीं पहुंचने को लेकर रोष जताते हुए स्वास्थ्य विभाग सहित जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
उज्ज दरिया के उस पार बसी पंचायत के लोगों ने गांव में सुबह से दोपहर तक शिविर लगाने के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों के पहुंचने का इंतजार करते रहे, लेकिन जब नहीं पहुंचे तो ग्रामीणों से पता लगाने का प्रयास किया। बताया गया कि ग्रामीणों को गांव में वैक्सीन लगाने पहुंची टीम दो किलोमीटर गांव से पीछे ही दूसरे गांव में रह गई और उक्त गांव में नहीं पहुंची। इसे लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त हो गया और उन्होंने नारेबाजी करनी शुरू कर दी।
नारेबाजी करते हुए गांववासियों ने स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा पंचायत में टीकाकरण शिविर लगाने के लिए आने की बजाय पीछे दो किलोमीटर दूर गांव में ही आकर इसका लाभ लेने के मिले जवाब पर विभाग की लापरवाह कार्यप्रणाली पर रोष जताते हुए कहा कि पंचायतों में भी विशेष शिविर लगाकर टीकाकरण करने के उच्चाधिकारियों के निर्देश हैं तो स्वास्थ विभाग की टीम वहां पहुंचने की बजाय पीछे ही क्यों रह रही है, ये कोरोना महामारी के प्रति रोकथाम के लिए किए जाने वाले उपाय में लापरवाही है।
प्रदर्शन में शामिल लाड़ी के समाजसेवी ठाकुर महेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम के इस तरह के अनदेखी एवं लापरवाही रवैये को लेकर पूरे गांववासियों में रोष है, जो सुबह से कई घंटे तय समय के अनुसार गांव में नहीं पहुंची। इसके लिए बीएमओ, सीएमओ एवं डीसी भी जिम्मेदार है, जिनके अधीन टीम काम कर रही है। ऐसे लापरवाह कर्मियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। एक तरफ प्रशासन इस महामारी के आपदा प्रबंधन मैनेजमेंट एक्ट को प्रभावी बनाए हुए हैं और इसकी उल्लंघन करने पर मामले दर्ज करने के साथ-साथ चालान कर रहा है। ऐसे में अब उनकी अपनी लापरवाही के लिए उनपर भी कार्रवाई हो। उन्होंने बताया कि दो सौ के करीब गांववासी पूरा दिन टीका लगाने का इंतजार करते रहे, लेकिन गांव में पहुंचने की बजाय दो किलोमीटर पीछे ही पहुंच कर वापस लौट गई और गांववासी टीकाकरण के लाभ से वंचित रहे। कोट्स---
स्वास्थ्य विभाग की टीम लाहड़ी पंचायत में शुक्रवार को टीकाकरण शिविर लगाने के लिए भेजी गई थी, लेकिन गांव के पीछे ही मार्ग खराब होने के चलते वहां तक वाहन नहीं पहुंचा। जहां तक वाहन पहुंचा था, वहां से पैदल रास्ता भी दो घंटे का था, जिसे देखते हुए ग्रामीणों को वहां आकर टीकाकरण कराने को कहा गया, लेकिन वे नहीं पहुंचे। अब वे खुद वहां जाकर गांव में टीकाकरण करवाएंगे।
-डॉ. विवेक, बीएमओ, परोल बाक्स---
6489 लोगों को लगी कोरोना वैक्सीन
जागरण संवाददाता, कठुआ: कोरोना की तीसरी लहर की आशंका से अब लोग खुद वैक्सीन लगाने के लिए आगे आ रहे हैं। इसके चलते कोरोना वैक्सीन लगाने वालों की संख्या में तेजी आने लगी है। शुक्रवार को जिले के विभिन्न टीकाकरण केंद्रों में कुल 6489 लोगों ने कोरोना वैक्सीन का लाभ उठाया, जिसमें 18 से 44 साल उम्र के 3919 ने पहली डोज ली और 897 ने दूसरी डोज ली। इसके चलते उक्त उम्र के कुल 4816 लोगों ने पहली और दूसरी डोज लगाई। जबकि 45 से ऊपर उम्र के कुल 1673 ने कोरोना टीका लगवाया। उक्त उम्र के कुल 529 ने पहली और 1144 ने दूसरी डोज ली। इसमें सबसे ज्यादा बिलावर में 1914 ने टीका लगाया और उसके बाद सबसे ज्यादा 1388 ने नगरी परोल ब्लॉक में कोरोना टीका लगवाया। सबसे कम जीएमसी कठुआ और बनी में टीका लगा, जहां पर कुल 310-310 ने ही कोरोना टीका लगवाया।