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अज्ञात बीमारी से 14 पशुओं की मौत, जांच शुरू

संवाद सहयोगी बसोहली पिछले एक सप्ताह के भीतर अज्ञात बीमारी के कारण प्रेहता पंचायत में कई पशुओ

By JagranEdited By: Published: Wed, 02 Jun 2021 12:15 AM (IST)Updated: Wed, 02 Jun 2021 12:15 AM (IST)
अज्ञात बीमारी से 14 पशुओं की मौत, जांच शुरू
अज्ञात बीमारी से 14 पशुओं की मौत, जांच शुरू

संवाद सहयोगी, बसोहली: पिछले एक सप्ताह के भीतर अज्ञात बीमारी के कारण प्रेहता पंचायत में कई पशुओं के मरने का क्रम जारी है। पशु मालिकों के अनुसार पशुओं की मौत के समय पशु तड़प रहे होते हैं और गले में खराश की आवाजें आने लगती हैं।

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जानकारी अनुसार अब तक 14 पशुओं की पंचायत के विभिन्न गांवों में मौत हो चुकी है, जिसमें अधिकांश दुधारू पशु शामिल है। पशु पालकों के अनुसार जब भी पशु मृत्यु के करीब होता है तो जोर-जोर से चिल्लाता है, उसके गले में खराश की आवाजें आती हैं और तड़पना शुरू करता है और तड़पते-तड़पते उसकी मृत्यु हो जाती है। इसके कारण पशु पालक काफी भी परेशान हैं। प्रेहता के नायब सरपंच अजीत सिंह के अनुसार नगरोटा प्रेहता गाव में ही अब्दुल गनी की बछड़ी, फिनो बटवाल की गाय, शकुंतला की गाय, इशर का बैल एवं बछड़ा, मणि राम की गाय, शाम रसोत्रा की गाय, रतनु का बैल के अलावा बसोहली में एक गाय एवं एक बैल, चीरल नाले के पुल पर एक भैंस को मरा पाया गया। उन्होंने कहा कि लोगों को पशु खरीदने के लिए पंजाब के विभिन्न हिस्सों में जाकर मशक्कत करनी पड़ती है। पशु की पहचान करनी पड़ती है कि कितना दूध देगी, अगर बैल है तो कितना खेत जोतेगा। इसके बाद होता है दाम तय करने का काम। इस समय कोई भी दुधारू पशु 20 हजार रुपये से कम नहीं मिलता और कई किसानों ने तो 30 से 40 हजार रुपये में भी दुधारू पशु खरीदा जाता हैं। अगर इसी प्रकार से किसानों का नुकसान होता रहा तो वह अपनी जीविका कैसे चलाएंगे। विभाग को टीम भेज कर मृत पशुओं के सैंपल लेकर लेबोरेटरी में भेजने चाहिए, ताकि किसानों को पता चल सके और भविष्य में पशु ना मरें।

बहरहाल, देर रात मृत पड़े एक बैल को राष्ट्रीय गौ रक्षा वाहिनी के प्रधान पवन ललोत्रा ने अपनी टीम के सदस्यों महामंत्री गौरव जम्वाल, जिला उपाध्यक्ष अश्वनी शर्मा, उपाध्यक्ष मोहित सिंह, मीडिया प्रभारी साहिल मिश्रा, जिला मंत्री अंकुश मेहरा, अनिल मेहरा, सुनील कुमार, सुशील सुंगनिया, अंकित पाधा आदि ने मिलकर उसे दफना दिया।

कोट्स----

प्रेहता में पशु पालन विभाग के कर्मचारी को भेजा गया है। प्राथमिक जांच में चैरी ग्रास खाने से पशुओं की मौत हो रही है। क्षेत्र के किसानों से गुजारिश है कि वे पशुओं को इस ग्रास के खाने से रोकें। यह भी मौत का कारण हो सकती है। लिफाफे में पड़ा खाना भी हानिकारक है, इसलिए पालतू पशुओं को बाहर ना भेजें उन्हें घर में ही रखें। अगर जरूरत पड़ी तो एक दो मृत पशुओं का पोस्टमार्टम कर मौत के कारणों का पता लगाया जाएगा।

- डा.रइस मलिक, एनिमल हस्बेंडरी, बसोहली।


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