Move to Jagran APP

घरों में माता की बीजी गई साख किया प्रवाहित

कोरोना वायरस के खतरे के चलते जारी पाबंदी के चलते इस बार नवरात्र पर भी मंदिरों में श्रद्धालुओं के दर्शन करने के लिए भक्त नहीं पहुंचे। जिसके चलते मंदिरों में नवरात्र पर बिना भक्तों के पुजारियों ने धार्मिक एवं पारंपरिक पूजा एवं आरती की। बुधवार जहां दुर्गा अष्टमी पर भक्तों के साथ मंदिर कमेटी के सदस्यों एवं पुजारी भीड़ के साथ हवन पूजा करके अष्टमी

By JagranEdited By: Published: Wed, 01 Apr 2020 11:50 PM (IST)Updated: Wed, 01 Apr 2020 11:50 PM (IST)
घरों में माता की बीजी गई साख किया प्रवाहित
घरों में माता की बीजी गई साख किया प्रवाहित

जागरण संवाददाता, कठुआ: लॉकडाउन की वजह से इस बार नवरात्र पर मंदिरों में श्रद्धालुओं के दर्शन करने के लिए भक्त नहीं पहुंचे। इसके चलते मंदिरों में नवरात्र पर बिना भक्तों के पुजारियों ने धार्मिक एवं पारंपरिक तरीके से पूजा व आरती की।

loksabha election banner

बुधवार को जहां दुर्गा अष्टमी पर भक्तों के साथ मंदिर कमेटी के सदस्यों एवं पुजारी भीड़ के साथ हवन पूजा करके अष्टमी की पूजा करनी थी, वहीं कोई भक्त या मंदिर कमेटी के सदस्य तक नहीं दिखे, सिर्फ पुजारी ही हवन में आहुतियां डाल कर मां दुर्गा से भक्तों का कल्याण करने एवं कोरोना जैसे प्रकोप से निजात दिलाने की कामना करते नजर आए।

पुजारी विपिन ने बताया कि इस बार मंदिर में सिर्फ हवन किया गया, खुद ही आहुतियां डाली गई, सरकार एवं प्रशासन के आदेश के साथ-साथ हम सभी को एहतियातन ऐसा करना पड़ा।

इसी बीच शहर में कई मां भक्तों ने दुर्गा अष्टमी पर शाम को पवित्र बावलियों में जाकर घरों में माता के नाम बीजी गई साख को प्रवाहित किया। हालांकि, कई भक्त नवरात्र नवमी के दिन संपन्न करेंगे। उधर, राम नवमी का पर्व भी इस बार मंदिरों या शोभायात्रा के माध्यम से बनाने की बजाय अपने घरों में इस बार कोरोना के प्रकोप के चलते मनाया जाएगा। इसकी पहले ही एहतियातन मंदिर कमेटियों ने सूचना भक्तों को दे दी है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.