Move to Jagran APP

महाराजा हरि सिंह को जन्म दिवस पर किया याद

संवाद सहयोगी कठुआ बार एसोसिएशन ने कोर्ट परिसर में महाराजा हरि सिंह के जन्म दिवस पर उन्हें श्

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Sep 2019 08:43 PM (IST)Updated: Tue, 24 Sep 2019 12:19 AM (IST)
महाराजा हरि सिंह को जन्म दिवस पर किया याद
महाराजा हरि सिंह को जन्म दिवस पर किया याद

संवाद सहयोगी, कठुआ: बार एसोसिएशन ने कोर्ट परिसर में महाराजा हरि सिंह के जन्म दिवस पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें याद किया। इस दौरान बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अजात शत्रु ने महाराजा हरि सिंह के जन्म दिवस पर राज्यपाल सत्यपाल मलिक से राजकीय अवकाश की भी माग की।

loksabha election banner

सोमवार को बार एसोसिएशन कठुआ ने कोर्ट में महाराजा हरि सिंह के जन्म दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि महाराजा हरि सिंह का सराहनीय योगदान है, वे राजा की अपेक्षा प्रजापालक ज्यादा थे। राजाशाही होने पर उन्होंने प्रजासभा का गठन किया। अपने शासन में उन्होंने छुआछूत को खत्म करने के लिए पिछड़े वर्ग के लोगों के लिए धार्मिक स्थलों पर लगी रोक पर कड़े कानून बनाए। राज्य में स्त्री शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए उचित फैसले लिए। सारा डोगरा समाज इनके शासन में किए कार्यो पर ऋणी रहेगा। बार एसोसिएशन ने सन 2017 को इस दिन राज्यकीय अवकाश की माग की थी जोकि पूरी नही हो पाई।

एसोसिएशन ने इस अवसर पर राज्यपाल से माग करते हुए कहा जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद लोगों की भावनाओं को देखते हुए नए वर्ष का कैलेंडर जारी होने पर महाराजा हरि सिंह के जन्म दिवस को राज्यकीय अवकाश घोषित करे। कार्यक्रम में एस बलबीर सिंह, रवि गुप्ता, गंगा राम शर्मा, राजेश शर्मा, राकेश ठाकुर, सौरव महाजन, दीपक शर्मा, अतुल सिंह अंदोत्रा, देविंदर कुमार शर्मा आदि शामिल रहे।

वहीं, बिलावर में भी बार एसोसिएशन ने महाराजा हरि सिंह की 125वी जयंती पर उन्हें अपने श्रद्धा सुमन भेंट किये। बार ऐसोसिएशन के प्रधान एडवोकेट जितेंद्र सिंह भडवाल के अलावा विरेंद्र चौधरी, इंदूभूषण गुप्ता आदि वकीलों ने भाग लिया और एसोसिएशन के सदस्यों ने महाराजा हरि सिंह के चित्र पर पुष्प आर्पित कियें। बार एसोसिएशन बिलावर के सदस्यों ने कहा कि महाराजा ़की जयंती को सरकार द्वारा सरकारी छुटटी घोषित करने की माग करते हुए कहा कि महाराजा एक सामाजिक एवं उदारवादी नेता थे, जिन्होंने हरिजनों को पूजा के अधिकार के अलावा कई प्रकार के सुधार जम्मू कश्मीर में किए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.