फिर दिखा तेंदुआ, लोग खौफजदा
फिर दिखा तेंदुआ लोग खौफजदाफिर दिखा तेंदुआ लोग खौफजदाफिर दिखा तेंदुआ
संवाद सहयोगी रामकोट: गत सोमवार को गुलगैडा में तेंदुए द्वारा नाबालिग को अपना शिकार बनाए जाने के बाद से खौफजदा क्षेत्र की लोगों को अभी तक कोई भी राहत देने वाली खबर नही मिली है। अलबत्ता घटना के बाद से लगातार दिखाई देने वाले तेंदुए उनका डर बढ़ा रहे है। रविवार को रामकोट में पानी भरने जा रही महिलाओं द्वारा झाड़ियों छिपे तेंदुए के देखे जाने के बाद से लोग अपनी सुरक्षा को लेकर और ज्यादा सहमें हुए है। जिसका मुख्य कारण मंगलवार से लगातार प्रयास के बावजूद वन्य जीव विभाग को क्षेत्र में आदमखोर हो चुके तेंदुओं को पकड़ने में नाकाम रहना है।
क्षेत्र में हालात ऐसे है कि अब पानी भरने के लिए भी महिलाएं झुंड बनाकर चल रही है। क्योंकि उन्हें हर वक्त इस बात का भय बना हुआ है कि पता नही कब कहां से आकर तेंदुआ उन पर हमला न बोल दे। स्थानीय राजेंद्र डोगरा, रशपाल, शैलो राम आदि का कहना है कि मंगलवार से वन्य जीव विभाग की टीम जगह-जगह जाले लगा रहे है है लेकिन तेंदुआ अभी भी उनकी पकड़ से बाहर है। जंगली झाड़ियों के कारण क्षेत्र में हर जगह तेंदुए के छिपने के लिए प्राकृतिक रूप से जगह बनी हुई है। उन्होंने बताया कि इन छह दिनों के दौरान तेंदुओं के पकड़ने की अब तक चली मुहीम के असफल रहने से सबसे ज्यादा उन्हें अपने बच्चों की चिता लगी रहती है। बच्चे न तो स्कूल जा पा रहे है और न ही गांव में खेल पा रहे है। कुल मिला कर तेंदुए का आतंक ऐसा है कि लोग शाम होते ही अपने घरों में कैद हो जा रहे है। क्षेत्र में दर्जनों की संख्या में तेंदुओं की मौजूदगी अब लोगों को आतंकित कर रही है। उन्होंने सरकार से इलाके में रहने वाले लोगों की सुरक्षा को देखते हुए तेंदुओं को पकड़ने के लिए युद्धस्तर प्रयास किए जाने की मांग की है।
वही, इस संबंध में वन विभाग के रेंज अधिकारी विशंभर दास से बात की गई तो उनका कहना है कि काफी चालाक प्रकृति के होने के कारण अभी फिलहाल तेंदुआ उनकी पहुंच से दूर है लेकिन जल्द उसे काबू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि लोगों की निशान देही के बाद रामकोट कस्बे के वार्ड 1 व गुलगैडा में दो जाले लगाकर विभाग के कर्मचारी लगातार उसकी निगरानी कर रहे है। उनका अभियान तभी बंद होगा जब तेंदुए को पकड़ लिया जाएगा।