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पाक गोलीबारी से प्रभावित परिवार हो रहे हैं दरबदर

मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने प्रभावित परिवार को पांच लाख रुपए एक सदस्य को नौकरी और मकान बनवाने की घोषणा की थी।उस परिवार को अभी तक सिर्फ दो लाख

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 Feb 2020 06:27 PM (IST)Updated: Sat, 08 Feb 2020 11:55 PM (IST)
पाक गोलीबारी से प्रभावित परिवार हो रहे हैं दरबदर
पाक गोलीबारी से प्रभावित परिवार हो रहे हैं दरबदर

संवाद सहयोगी, हीरा नगर: पाकिस्तान की ओर से की जा रही गोलाबारी  से बचाने के लिए भले ही सरकार ने लोगों के घरों में पक्के बंकरों का निर्माण करवा दिया है, मगर जानी माली नुकसान के मुआवजे के लिए प्रभावित परिवार आज भी दरबदर हो रहे हैं। आलम यह है कि कोई उनकी सुध नहीं ले रहा।

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ऐसा ही एक परिवार हीरानगर सेक्टर के लोंडी गांव के रामपाल शर्मा का है, जिसकी 23 मई 2018 को मोर्टार की चपेट में आने से मौत हो गई थी, तब केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने प्रभावित परिवार को पांच लाख रुपये, एक सदस्य को नौकरी और मकान बनवाने की घोषणा की थी। उस परिवार को अभी तक सिर्फ दो लाख रुपये ही मिले हैं, बाकी पैसा नहीं मिला और न ही नौकरी। स्वर्गीय रामपाल शर्मा की पत्नी सुदेश देवी ने बताया कि डेढ़ साल पूर्व पाकिस्तान की तरफ से गोलीबारी के दौरान एक मोर्टार का एक गोला घर में गिरा था, जिससे उसके पति की मौत हो गई थी, वह भी गंभीर रूप में घायल हो गई थी। उस दौरान पांच मवेशी भी मर गए थे। तब केंद्रीय मंत्री और प्रशासनिक अधिकारियों ने बेटे को सरकारी नौकरी, पांच लाख रुपये मुआवजा और मकान बनवा कर देने का आश्वासन दिया था। उन्होंने कहा अभी तक उसे दो लाख रुपये ही मिले हैं, बेटे को नौकरी नहीं मिली और डेढ़ साल से मकान भी नहीं मिला, जबकि फाईल तैयार कर उसने एसडीएम कार्यालय में जमा करवा दी थी। कोट्स

उसके पास खेती योग्य मात्र चार कनाल जमीन है, बेटा मजदूरी कर परिवार के पांच सदस्यों को रोटी खिला रहा है, दोवारा किसी ने उनके परिवार की सुध नहीं ली। उन्होंने कहा कि उसे अब बच्चों की शादी भी करनी है, जिसकी चिता उसे दिन रात सता रही है। सरकार को गोलीबारी से प्रभावितों के रखी गई मुआवजा राशि तथा नौकरी देनी चाहिए।

- सुदेश देवी। कोट्स---

गोलीबारी से प्रभावित मृतक रामपाल के परिवार का मकान पंचायत की तरफ से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक साल पूर्व रखा गया था, जिस की ग्रामीण विकास विभाग ने अभी तक मंजूरी नहीं दी। प्रशासन को गोलीबारी से प्रभावितों को प्राथमिकता देनी चाहिए, ताकि परिवार के लोग अपना मकान बनवा सकें।

- देव राज शर्मा, सरपंच लोंडी। कोट्स---

गोलीबारी से प्रभावित लोंडी के रामपाल का परिवार इस समय आर्थिक संकट से जूझ रहा है। सरकार ने मृतकों के परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का प्रावधान रखा है, पूर्व में कई लोगों को नौकरी दी गई है, लोंडी के रामपाल के बेटे प्रीतम चंद को भी जल्द नौकरी मिलनी चाहिए।

- भारत भूषण, सरपंच बोबिया। कोट्स--

पाकिस्तान हीरानगर सेक्टर में वर्ष 2016से गोलीबारी करता आ रहा है। पहले कुछ दिन गोलीबारी होती थी, अब छह माह से लगातार गोलीबारी हो रही है, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। खेती का धंधा प्रभावित होने से लोगों के पास कोई अन्य रोजगार नहीं बचा है। सरकार को पुलिस की विशेष भर्ती में गोलीबारी से प्रभावित सीमा से सटे गांवों के युवाओं को प्राथमिकता देनी चाहिए।

- तीर्थ सिंह, बोबिया। कोट्स---बाक्स--

लोंडी के रामपाल के परिवार को अभी तक आर्थिक सहायता पूरी क्यों नहीं मिली, इसका पता करेंगे।

- ओपी भगत, डीसी, कठुआ।


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