जिले को मिली 500 बिस्तर वाले अस्पताल की सौगात
राकेश शर्मा कठुआ आजादी के बाद जिले के लोगों को अब अपने ही जिले में बेहतर स्वास्थ्य सुविध्
राकेश शर्मा, कठुआ: आजादी के बाद जिले के लोगों को अब अपने ही जिले में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने का सपना शनिवार को हकीकत में बदल गया, क्योंकि दो सौ और बेड की सुविधा जीएमसी (गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज) के एसोसिएट अस्पताल में मिलने की शुरूआत हुई।
इससे पहले अब तक जिले में सिर्फ जिला अस्पताल स्तर की सुविधाएं लोगों को मिल रहीं थी, लेकिन अब जीएमसी जम्मू स्तर की सुविधाएं मिलनी शुरू हो गई है। इसके चलते अब एसोसिएट अस्पताल नहीं, बल्कि जीएमसी कठुआ पूरी तरह से फंक्शनल हो जाएगा।
मौजूदा जीएमसी अस्पताल से कुछ ही दूरी पर बीच में पड़ते हाईवे के उस पार बन रही नई इमारत को ओवर ब्रिज से जोड़ने का राज्यपाल के सलाहकार के विजय कुमार ने कार्यक्रम के दौरान जब सुझाव रखा तो उपस्थिति लोगों ने उनके इस बहुमूल्य सुझाव को सरकार के सामने रखने पर ताली बजाकर स्वागत किया। सलाहकार विजय कुमार ने इसके लिए प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह से आग्रह किया कि उनके इस कार्य के लिए सहयोग की जरूरत रहेगी, वे हाईवे अथारिटी से बात करें, क्योंकि मौजूदा अस्पताल से नये अस्पताल की इमारत को जाने के लिए हाईवे पार करना खतरे से खाली नहीं रहेगा। इससे मरीजों और अन्य लोगों को सुरक्षित मार्ग और सुविधा मिलेगी।
बहरहाल, राज्यपाल के सलाहकार के के शर्मा ने कहा कि कठुआ जैसे पिछड़े जिले में जीएमसी जैसी सुविधा मिलना बड़ी बात है। इससे जहां शिक्षा ग्रहण कर बच्चों की सोच में नया बदलाव आएगा, उनके आसपास शिक्षा जैसा माहौल भी होगा। उन्होंने कहा कि अब जम्मू कश्मीर के पुनर्गठन से कठुआ, सांबा और जम्मू का और भी विकास होगा। बाक्स---
अस्पताल में कई सुविधाओं में हुई बढ़ोतरी
-अस्पताल में इस समय 300 बेड की सुविधा है, जिसे बढ़ाकर 500 किया गया है।
-अस्पताल में जम्मू के जीएमसी की तरह आईसीयू युनिट की भी होगी सुविधा।
- इस समय 61 फैकल्टी, 61 सीनियर व जूनियर डॉक्टर, 106 पैरा मेडिकल सदस्य होंगे तैनात।
-अस्पताल में 25 ब्लॉक की बजाय 130 ब्लॉक होंगे।
-जून 2020 तक जीएमसी कठुआ की अपनी इमारत बन कर हो जाएगी तैयार।
- इसी अस्पताल में अगले साल से तीन साल की डीएमसी या पीजी करने की सुविधा शुरू हो जाएगी, जिसमें 35 पहले, 35 दूसरे और 35 तीसरे साल यानि 105 जूनियर व सीनियर रेजीडेंट डॉक्टर भी बनेंगे।