लखनपुर टोल प्लाजा के कारोबारी डीसी से मिले
सरकार द्वारा लखनपुर टोल प्लाजा हटाने से प्रभावित हुए कारोबारियों में लगातार रोजीरोटी के संकट की चिता सताने लगी है।
जागरण संवाददाता, कठुआ: सरकार द्वारा लखनपुर टोल प्लाजा हटाने से प्रभावित हुए कारोबारियों में लगातार रोजीरोटी के संकट की चिता सताने लगी है। आए दिन सरकार से पुनर्वास करने की मांग कर रहे हैं। सोमवार को स्थानीय लखनपुर के नागरिकों का एक शिष्टमंडल डीसी ओपी भगत से मिला। शिष्टमंडल में शामिल वरिष्ठ नागरिकों ने डीसी को पुनर्वास से जुड़ी मांग संबंधी एक ज्ञापन सरकार के नाम सौंपा।
ज्ञापन में नागरिकों ने सरकार से टोल प्लाजा बंद होने पर प्रभावित हुए सैकड़ों कारोबारियों के पैदा हुए रोजी रोटी के संकट के बाद उनके पुनर्वास की मांग की है, जिसमें सरकार को एक तो लखनपुर में स्थायी बस अड्डा बनाने एवं बंद हुए टोल एवं सेल टैक्स के कार्यालयों के खाली होने पर वहां दूसरे सरकारी दफ्तर खोलने की मांग की, ताकि वहां चहलपहल हो और प्रभावित हुए लोगों का कारोबार चलता रहे। उनके लिए रोजी रोटी का संकट पैदा न हो। वरिष्ठ एडवोकेट सुशील गुप्ता ने डीसी को बताया कि लखनपुर जम्मू कश्मीर का मुख्य प्रवेश द्वार है, वहां पर ऐसे कार्यालय खोलने की सरकार योजना बनाएं, ताकि एक तो खाली पड़ी करोड़ो की इमारतें भी काम आ सके, क्योंकि सरकार के कई जिला एवं अन्य कार्यालय किराये की इमारतों में चल रहे हैं, उनका भी उपयोग होगा और चहलपहल बनेगी, कारोबार भी चलता रहेगा। टोल बंद होने से 300 के करीब सीधे रेहड़ी वाले प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा एजेंट एवं अन्य दुकानदार भी।
डीसी ने शिष्टमंडल की मांगों को पूरी सहानुभूति से सुना और उनके द्वारा सौंपे गए ज्ञापन को उसी समय सरकार को प्रेषित कर दिया। उन्होंने खुद भी दो दिन के भीतर लखनपुर का दौरा करके पूरे हालात का जायजा लेने का आश्वासन दिया। शिष्टमंडल में सरदार सुरेंद्र सिंह, दर्शन सिंह, रवी गुप्ता सहित कई अन्य शामिल थे।