मैदान में उतरी कोरोना के खिलाफ योद्धाओं की फौज
बनाए गए 49 क्वारंटाइन में रखे गए करीब 1
जागरण संवाददाता, कठुआ: जिला प्रशासन ने कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए शनिवार को तीन सौ योद्धाओं की फौज को मैदान में उतार दिया है, जो कि लोगों को लॉकडाउन के दौरान हो रही परेशानी से निजात दिलाएगी। इन योद्धाओं के मैदान में उतर जाने से प्रशासन का मानना है कि अब बिना वजह सड़कों पर घूमने वाले लोगों पर रोक लगाने में मदद मिलेगी। उधर, शहर में शनिवार को लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए प्रशासन ने पूरी सख्ती किए रखा। इस बीच प्रदेश के प्रवेश द्वार लखनपुर से शनिवार को भी पड़ोसी राज्य पंजाब से लोगों के आने का क्रम जारी रहा। राज्य में प्रवेश करने वाले करीब 500 को लखनपुर बार्डर पर पुलिस ने रोका, जिसके बाद घंटो बैठाया और सभी को क्वारंटाइन में भेज दिया।
जिला प्रशासन ने 300 वालंटियर्स तैयार किए हैं। इन वालंटियरों को डीसी ओपी भगत व एसएसपी डॉ. शैलेंद्र मिश्रा ने शनिवार को उनके कार्य के लिए रवाना किया। इन वालंटियर्स के फेसबुक, ट्वीटर, वाट्सएप पर उपलब्ध रहेंगे, जिनके हेल्प नंबर भी जारी किए जाएंगे, जिनका पूरा कंट्रोल पुलिस मुख्यालय में होगा। सभी वालंटियर्स जरूरतंमद लोगों को उनके घरों तक जरूरत का सामान पहुंचाएंगे। इसके लिए वालंटियर्स कोई शुल्क नहीं लेगा, सामान का जो मूल्य बाजार में होगा वही वसूलेंगे। मेडिकल सहायता के अलावा आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को द्वार पर भोजन भी उपलब्ध कराएंगे। जरूरमंद को पुलिस मुख्यालय के वार रूम में मोबाइल नंबर 9540501414 पर संपर्क करना होगा। उक्त नंबर पुलिस मुख्यालय में बजते ही वहां तैनात कर्मी संबंधित क्षेत्र के वालंटियर्स को सूचना देंगे। वहीं वालंटियर्स की गतिविधि पर नजर रखने के लिए पुलिस मुख्यालय से उनका जीपीएस से संपर्क रहेगा।
डीसी ने कहा इसका मकसद ऐसे माहौल में जब लॉकडाउन चल रहा है, घरों में लोगों की जरूरत को पूरा करना है। अगर शहर में ये सफल रहीं तो अन्य क्षेत्रों बिलावर, बसोहली, हीरानगर आदि में भी उपलब्ध कराई जाएगी।
उधर, जिले में बनाए गए 49 क्वारंटाइन में रखे गए करीब 18 सौ लोगों को प्रत्येक जरूरत की चीजों को मुहैया करवाने के लिए कमर कस लिया है। प्रशासन की पूरी टीम क्वारंटाइन में रह रहे हर वर्ग के व्यक्ति की जरूरत से जुड़ी चीजों को पहुंचाने में दिन रात जुट गया है। डीसी ओपी भगत के नेतृत्व में प्रशासन की टीम में एडीसी अतुल गुप्ता, एसीआर देवेंद्र पाल, तहसीलदार केके खजूरिया, तहसीलदार सुनिंदर कौर की देखरेख में अन्य कर्मियों के सहयोग से जिला मुख्यालय पर बनाए गए 20 से ज्यादा क्वारंटाइन में बिस्तर, गद्दे, सैनिटाइजर्स, कपड़े, धुलाई के लिए मोबाइल लॉंड्री, नाश्ता, दोपहर एवं रात का खाना पहुंचाने में लगी हुई। इसके अलावा मनोरंजन के साधन दूरदर्शन की सुविधा, खेलने के लिए बच्चों को सामान, बिस्कुट, चाय, मेडिकल की टीम बार-बार चेक करने के अलावा उन्हें जागरूक करने के लिए भी पहुंच रही है। क्वांरटाइन में जम्मू के अलग-अलग जिलों के अलावा कश्मीर के कई जिलों से बड़ी संख्या में लोग शामिल हैं, जिन्हें लखनपुर में अन्य राज्यों से आने पर 14 दिन तक एहतियातन रखा जाना है। इसके लिए प्रशासन ने सरकारी एवं निजी कॉलेजों, मैरेज पैलेसों का प्रबंध किए हुए है। प्रशासन सरकारी तौर पर तो सुविधाएं उपलब्ध कराने में जुटा है, वहीं आम लोगों से भी आवश्यक सहयोग लेकर उनकी हर जरूरत पूरी करने में लगा है, जिसमें कई लोग भी वहां राशन एवं अन्य जरूरतों की चीजें देने के लिए आगे आ रहे हैं। इस बीच उनकी सुरक्षा में पुलिस भी दिन रात तैनात है। एसएसपी डॉ. शैलेंद्र मिश्रा के निर्देश पर एएसपी रमनीष गुप्ता, डीएसपी माजिद महबूब, डीएसपी प्रियंका पुलिस टीम के साथ सुरक्षा का जिम्मा संभाले हुए हैं, वहीं लखनपुर में आने वाले यात्रियों को खाना भी मुहैया कराने के लिए लगे हैं। इधर शहर में शनिवार को भी लॉकडाउन के चलते पुलिस बिना कारण किसी को भी बाहर निकलने की इजाजत नहीं दे रही हैं।
उधर, लखनपुर बार्डर से शनिवार को पंजाब से प्रवेश करने का क्रम जारी रहा, जिसमें 500 के करीब अन्य राज्यों के लोगों ने लखनपुर से प्रवेश किया। उन्हें सीधा 14 दिन के लिए क्वारंटाइन भेजा गया। इसमें बड़ी संख्या में श्रमिक वर्ग के लोग अब पैदल ही पंजाब से जम्मू कश्मीर में प्रवेश कर रहे हैं। पंजाब से भगाए गए कई लोग प्रवेश जल्दी पाने के लिए पुलिस से गुहार लगाते देखे गए। एक मजदूर ने कहा कि उसे प्रवेश करने दो चाहे क्वारंटाइन में भेज दो, असलम नामक मजदूर कश्मीर का है, जो पंजाब में मजदूरी करता है। अब बंद के चलते उनका धंधा पंजाब में भी बंद हो गया है। इसलिए घर आ रहे हैं। कोट्स----
गत 4 मार्च से लखनपुर के अलावा अन्य केंद्रों में बनाए गए हेल्प डेस्क पर अब तक 21584 लोगों की जांच की जा चुकी है। जिसमें से 184 विदेश से लौटे लोग शामिल हैं। इसके अलावा 30 लोग अस्पताल में क्वारंटाइन किए गए हैं।
- डॉ.अशोक चौधरी, सीएमओ, कठुआ।