Jammu Kashmir: 'एक भी इंसान की जान गंवाने से बेहतर है दर्जन भर आफिस बंद कर दें'- जितेंद्र सिंह
Jammu Kashmir के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के बयान पर विवाद नहीं थम रहा है। अब केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने उनके बयान पर प्रतिक्रिया दी है। साथ ही केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा।

कठुआ, जागरण संवाददाता। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने संकटग्रस्त कश्मीरी हिंदू कर्मचारियों को घाटी से स्थानांतरित करने पर सरकार के रुख में नरमी का संकेत दिया। उन्होंने शनिवार को कहा कि मानव जीवन को बचाना बेहतर है, भले ही इसके लिए एक दर्जन कार्यालय बंद करने पड़ें।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने विपक्षी दलों पर साधा निशाना
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए तुष्टीकरण की नीति का पालन करने का भी आरोप लगाया। वह कठुआ के जलोटा इलाके में बख्ता से मगलूर तक प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना की आधारशिला रखने के बाद मीडियाकर्मियों से बातचीत कर रहे थे। जितेंद्र सिंह का बयान उपराज्यपाल के बयान से उठ रहे विरोध के बाद आया है।
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उपराज्यपाल के बयान पर दी जितेंद्र सिंह ने प्रतिक्रिया
उपराज्यपाल ने बुधवार को एक कार्यक्रम में कहा था कि कर्मचारियों को घर बैठे वेतन नहीं मिलेगा। शनिवार को कठुआ में लोगों को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि यह दल अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेख के किनारे बसे लोगों पर वोट के लिए भेदभाव करते रहे। उन्होंने कहा कि इस विषय को संवेदनशील ढंग से संभालने की आवश्यकता है।
'इंसान की जान गंवाने से बेहतर है दर्जन भर आफिस बंद कर दें'
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि उनकी व्यक्तिगत राय है कि मानव जीवन से ज्यादा मूल्यवान कुछ भी नहीं हो सकता। अगर किसी एक की जान को भी खतरा है, तो बेहतर है कि उस जान को बचा लिया जाए, भले ही इसके लिए एक दर्जन कार्यालयों को बंद करना पड़े।

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