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सीमांत गांवों में पाक दाग रहा मोर्टार के गोले, फिर भी हौसले बुलंद

राकेश शर्मा कठुआ पिछले कई माह से सीमांत गांवों में पाकिस्तान मोर्टार के गोले दाग कर युद्ध

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Oct 2020 05:37 AM (IST)Updated: Tue, 27 Oct 2020 05:37 AM (IST)
सीमांत गांवों में पाक दाग रहा मोर्टार के गोले, फिर भी हौसले बुलंद
सीमांत गांवों में पाक दाग रहा मोर्टार के गोले, फिर भी हौसले बुलंद

राकेश शर्मा, कठुआ: पिछले कई माह से सीमांत गांवों में पाकिस्तान मोर्टार के गोले दाग कर युद्ध जैसे हालात बनाने की कोशिश कर रहा है। इसके बावजूद ग्रामीणों के हौसले बुलंद है। आलम यह है कि पक्के घरों की छतों को भेदने वाले गोलों की आवाज से बंकरों में दहशत फैलाने की भी कोशिश की गई। हालांकि, गोले की आवाज से एक बच्ची बेहोश हो गई, जिसे सुबह होश आया।

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दरअसल, जिले के हीरानगर स्थित भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कुछ दिनों से पाकिस्तान भारतीय क्षेत्र के सीमांत गांवों में तोप के 82 एमएम के गोले बरसा रहा है। पाकिस्तान द्वारा बरसाए जा रहे मोर्टार के बड़े गोले ग्रामीणों के घरों की पक्की छतों को भी भेद रहा है, जिससे घरों के भीतर ही बने बंकरों में भी गोलों की आवाज थर्राने से लोग स्वयं को सुरक्षित नहीं मान रहे। रविवार रात से सोमवार दोपहर तक पाकिस्तान ने मनियारी, चक्क चंगा गांवों में जिस तरह से गोलीबारी की है, उसे देख ग्रामीणों के समक्ष किसी युद्ध से कम हालात नहीं थे। 82 एमएम के गोले घरों की छतों को फाड़ते हुए कमरों के भीतर दरारें डाल रहे थे। गनीमत यह रही कि जहां ग्रामीणों के परिवार सोये थे, सौभाग्यवश गोले छत फाड़ कर वहां नहीं गिरे अन्यथा अनर्थ हो सकता था। कहने का मतलब सीमांत क्षेत्र में कब और कहां, किस घर व व्यक्ति पाकिस्तान से चले गोले का निशाना बन जाए कुछ नहीं कहा जा सकता।

ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए बंकर तो बना दिए गए, लेकिन उसमें पूरी रात या दिन बिता कर दिनचर्या नहीं चल सकती है। सरकार के प्रतिनिधि या समर्थक ऐसे मौकों पर प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के दौरान ग्रामीणों को सरकार से बात करने का आश्वासन देकर चले जाते हैं या फिर मुहंतोड़ जवाब देने की बात सरकार की ओर से की जाती है, वहीं विरोधी दल सरकार को ऐसे हालात के लिए कोस कर चले जाते हैं, जबकि समस्या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने से न तो स्थानीय प्रशासन और न ही सरकार और विरोधी दलों के पास कोई समाधान है। जबकि उक्त समस्या दो दशक से लगातार जारी है।

इससे पहले कई बार ऐसे हालात बनने से ग्रामीण पलायन करने के लिए मजबूर हो चुके हैं। हालांकि गत वर्ष से जारी बंकर बनने से सीमांत क्षेत्र के ग्रामीण कुछ हद तक सुरक्षित महसूस कर रहे है, लेकिन बीती रात जिस तरह से पाकिस्तान ने गोले बरसा कर दशहत का माहौल बनाने की कोशिश की, उससे विशेषकर बच्चे सिहर उठे। चक चंगा गांव के सुंदर लाल के घर में गिरे गोले की आवाज से बच्चे बेहोश हो गए। एक बच्ची को तो सुबह होश आया। डर के मारे सुंदर लाल के बच्चे अपने घर में सोने की बजाय दूसरे दिन दूसरे घर में सोए। ऐसे हालात में बच्चे पढ़ भी नहीं पा रहे हैं। खेतों में भी बड़े गोले गिरने से फसल बर्बाद हो रही है।

स्थानीय निवासी सुंदर लाल का कहना है कि वे तो अब घर में रहेंगे ही नहीं, क्योंकि उनका घर पाकिस्तान की गोली के रेंज में आ चुका है, इसलिए वे अब पलायन करने के लिए मजबूर हैं। अभी तक प्रशासन का कोई अधिकारी उनकी सुध तक लेने नहीं आया है। कई सरकारें आई और कई चली गई, उनकी समस्या ज्यो की त्यों है। इसलिए अब यहां से शिफ्ट होना ही स्थायी हल है।

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फोटो सहित-

गोलाबारी से प्रभावित गांवों का कांग्रेस व भाजपा नेताओं ने किया दौरा

संवाद सहयोगी, हीरानगर: कांग्रेस नेता व पूर्व एमएलसी सुभाष गुप्ता तथा भाजपा नेता व पूर्व विधायक कुलदीप राज ने सोमवार को हीरानगर सेक्टर के चक चंगा, छनटांडा व मनियारी गांवों का दौरा कर लोगों का हाल जाना तथा सरकार से प्रभावित लोगों की उचित सहायता करने की मांग की। इस मौके पर पूर्व एमएलसी सुभाष गुप्ता ने कहा कि पाकिस्तान लगातार हीरानगर सेक्टर में गोलीबारी करता आ रहा है। एक साल में दर्जनों मकानों व फसलों को नुकसान पहुंचा है। अब रात को जिस तरह से गांवों को सीधे निशाना बना कर 82 एमएम मोर्टार से शेलिग की, इससे हालात और भी खराब हो गए हैं, सरकार को उचित कार्रवाई करनी चाहिए अन्यथा लोगों को पलायन करना पड़ सकता है। करीब एक हजार कनाल मलकियत की जमीन तारबंदी के आगे वर्षों से खाली पड़ी है, उसका किसानों को मुआवजा नहीं मिल रहा। उक्त जमीन पहले किसानों की ही थी। ऐसे में लोग यहां पर रह कर क्या करेंगे। गुप्ता ने कहा कि किसान बिना बेतन के खेती करते हुए सीमा पर रखवाली करते थे, अब जमीन ही नहीं रहेगी तो वह अपनी गुजर-बसर कैसे करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान अपनी नजायज हरकतों से बाज नहीं आ रहा तो गांवों को खाली करवा कर उसे करारा जवाब दिया जाना चाहिए। उन्होंने सरकार से प्रभावित लोगों की जल्द से जल्द राहत सहायता देने की भी मांग की। उनके साथ कांग्रेस नेता विनय शर्मा, रमेश कुंडल, नाठू राम, जोगिदर पाल, रमेश चंद्र उपस्थित थे। इसी तरह, भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व विधायक कुलदीप राज, हीरानगर मंडल प्रधान राजेंद्र बख्शी ने प्रभावित लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि पाकिस्तान की तरफ से लोगों को जो नुकसान पहुंचाया जा रहा है, सरकार इसका उचित मुआवजा देगी। उन्होंने कहा कि बीएसएफ, सेना गोलीबारी का मुंहतोड़ जबाव दे रही है, केंद्र सरकार हालात पर बराबर नजर रखे हुए हैं। पाकिस्तान चाहे जितने मर्जी हथकंडे अपना ले, उसके मंसूबे कामयाब नहीं होंगे। उधर, ब्लाक डेवलपमेंट काउंसिल के चेयरमैन करण कुमार, सीमा जन कल्याण समिति के संगठन मंत्री संजय शर्मा व अशोक कुमार ने भी प्रभावित गावों का दौरा कर गोलीबारी से हुए नुकसान का जायजा लिया और प्रशासन से मुआवजे की माग की। चेयरमैन करण कुमार ने कहा कि एक साल से जारी गोलीबारी से सीमात लोगों को भारी नुकसान पहुंचा है, जिस तरह से पाक रेंजर गावों को निशाना बना रहे हैं आगे भी जारी रही तो लोगों को मजबूरन पलायन करना पड़ सकता है। सरकार को गोलीबारी बंद करवानी चाहिए या फिर गावों को खाली करवा कर पाकिस्तान को करारा जवाब देना चाहिए, ताकि दोबारा रिहायशी इलाके में गोलीबारी करने की हिमाकत न कर सके।


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