Kathua News : धान व मक्की की गहाई के लिए 50 पंचायतों को पहली बार वितरित किए गए निशुल्क थ्रेशर
उपाध्यक्ष रघुनंदन सिंह ने कहा कि सरकार कृषक समुदाय के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और उनके उत्थान के लिए सभी उपाय कर रही है। उन्होंने कहा कि कार्यात्मक पंचायत राज संस्थानों के साथ जम्मू और कश्मीर विकास पथ पर आगे बढ़ रहा है।
कठुआ, जागरण संवाददाता : समय के साथ किसानों के लिए उच्च तकनीक की खेती काफी सुविधाजनक बनती जा रही है। जिससे किसानों काे समय और मजदूरी खर्च की बचत भी हो रही है। कुछ ऐसी ही सुविधा जिला में पहली बार कृषि एवं किसान उत्पादन विभाग के सहयोग से मिली है। जिसमें आयोजित एक समारोह में 50 पंचायतों को मक्का और धान थ्रेशर वितरित किए।
इस तरह की तकनीक किसान पहली बार जिला में इस्तेमाल करेंगे। इससे पहले किसान धान एवं मक्की की गहाई ज्यादातर हाथों या कुछ ट्रैक्टर से करते आ रहे हैं। मुख्यातिथि डीडीसी के उपाध्यक्ष रघुनंदन सिंह ने जिले के विभिन्न पंचायत हलकों के सरपंचों और पंचों को 25 धान थ्रेशर और 25 मक्का थ्रेशर वितरित किए। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि अतिरिक्त उपायुक्त अतुल गुप्ता भी मौजूद रहे।
उपाध्यक्ष रघुनंदन सिंह ने कहा कि सरकार कृषक समुदाय के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और उनके उत्थान के लिए सभी उपाय कर रही है। उन्होंने कहा कि कार्यात्मक पंचायत राज संस्थानों के साथ जम्मू और कश्मीर विकास पथ पर आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने लोगों को अपने साथ जोड़ने में सरपंचों और पंचों की भूमिका को रेखांकित किया ताकि सरकारी योजनाओं का अधिकतम लाभ जम्मू-कश्मीर के कोने-कोने तक पहुंचे। उन्होंने निर्वाचित पीआरआई सदस्यों से अपील की कि वे पंचायतों को आपूर्ति की जा रही वितरित मशीनरी का उचित उपयोग करें ताकि उनकी संबंधित पंचायतों के छोटे किसान मक्का और धान की फसलों की समय पर थ्रेशिंग कर सकें।
उन्होंने कहा कि पंचायतों को उपलब्ध कराई जाने वाली मशीनरी उनकी संपत्ति है जो जरूरतमंद किसानों को मामूली दरों पर उधार देकर भी आय अर्जित कर सकती है। अतिरिक्त उपायुक्त अतुल गुप्ता ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए कृषि यंत्रीकरण समय की मांग है। उन्होंने कहा कि सरपंच और पंच सरकार द्वारा शुरू की गई सभी विकास योजनाओं के क्रियान्वयन की रीढ़ हैं।
मुख्य कृषि अधिकारी, संजीव राय गुप्ता ने कहा कि कृषि मशीनीकरण प्रधानमंत्री के किसान की आय को दोगुना करने के दृष्टिकोण को प्राप्त करने की दिशा में एक कदम है। उन्होंने कहा कि यूटी कैपेक्स योजना के तहत पंचायतों को थ्रेशर और अन्य कृषि उपकरण मुफ्त में वितरित किए जा रहे हैं। उन्होंने आगे बताया कि जिले की सभी 257 पंचायतों को कृषक समुदाय की सहायता के लिए नि:शुल्क थ्रेशर प्रदान किया जाएगा।