दलितों को प्लाट दिलाने के लिए भूख हड़ताल
संवाद सहयोगी, हीरानगर : समाज कल्याण विभाग द्वारा दलितों को प्लाट मुहैया करवाने के लिए 1965 में हीरान
संवाद सहयोगी, हीरानगर : समाज कल्याण विभाग द्वारा दलितों को प्लाट मुहैया करवाने के लिए 1965 में हीरानगर उपमंडल के पथवाल, जांडी, कोट पुन्नू, हरिया चक में खरीदी गई जमीन को खाली करवाने की मांग को लेकर सामाजिक कल्याण इंसाफ मंच ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है। वीरवार को समाजिक इंसाफ मंच के नेता बीएल कांडले के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने रैली की शक्ल में प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एसडीएम कार्यालय हीरानगर में पहुंचे और जहां भूख हड़ताल शुरू कर दी। इस दौरान आइडीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आइडी खजूरिया ने बीएल कांडले सहित आठ लोगों को हार पहनाकर मात्र 2 घंटे के लिए भूख हड़ताल पर बैठाया और प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। उपस्थित लोगों को बीएल कांडले ने कहा कि दलित परिवारों को मकान बनाने के लिए समाज कल्याण विभाग ने उपमंडल में चार स्थानों पर 1955 में जमीन खरीदी थी जो आज तक गरीब परिवारों को नहीं मिली उस पर मालिकों ने ही कब्जा कर रखा है। उन्होंने कहा कि जमीन को खाली करवाने के लिए सामाजिक इंसाफ मंच कई सालों से संघर्ष कर रही है। पिछले साल भी सितंबर में भी इसी तरह भूख हड़ताल की थी और माननीय हाई कोर्ट ने भी सरकारी को जमीन खाली करवाने का आदेश दे रखा है, उस पर भी अमल नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि सात अगस्त को भी उन्होंने रैली निकाल कर तहसीलदार को 16 अगस्त से पहले जमीन खाली करवाने का समय दिया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई जिस कारण उन्हे मजबूरन भूख हड़ताल शुरू करनी पड़ी है। अगर प्रशासन फिर भी कार्रवाई नहीं करता तो आमरण अनशन शुरू कर देंगे।
वहीं आइडी खजूरिया ने कहा कि प्रशासन से रेहड़ी, फड़ी लगाने वालों के खिलाफ तो कार्रवाई नहीं होती। अगर दलित परिवारों के लिए सरकार ने जमीन खरीदी थी तो उन्हे मिलनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों और सियासी लोगों की लालच की वजह से ही आज नदी, नालों में बेपनाह खनन हो रहा है। चारागाहों व सार्वजनिक स्थानों पर भी भू माफिया कब्जा जमाए बैठ हैं जिनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर दलितों के लिए खरीदी गई जमीन जल्द खाली नहीं हुई तो संघर्ष तेज कर देंगे। भूख हड़ताल पर बैठे लोगों में तो बीएल कांडले के अलावा विजय कुमार, काली दास, रवि कुमार, मदन लाल, मनोहर, सुभाष चंद्र, बलवीर चंद शामिल थे। उनके समर्थन में राम पाल शर्मा, सुरेश कुमार व अन्य लोगों ने धरना दिया।