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झिड़ी मेले को लेकर जम्मू कश्मीर के प्रवेश द्वार लखनपुर में श्रद्धालुओं के आगमन से बढ़ी रौनक

निजी छोटे और बड़े वाहनों का रैली आने लगा है। ट्रकों मेें भी पूरी तरह से भर-भर कर श्रद्धालु पहुंचने लगे हैं। इस बार कोरोना मुक्त माहौल में हो रहे झिड़ी मेले को लेकर लोगों में उत्साह देखते ही बन रहा है। अब ऐसा माहौल अगले 9 नवंबर तक रहेगा।

By rakesh sharmaEdited By: Lokesh Chandra MishraPublished: Sun, 06 Nov 2022 12:26 AM (IST)Updated: Sun, 06 Nov 2022 04:00 PM (IST)
झिड़ी मेले को लेकर जम्मू कश्मीर के प्रवेश द्वार लखनपुर में श्रद्धालुओं के आगमन से बढ़ी रौनक
पूरे लखनपुर में प्रत्येक दाल भल्ले बेचने वालों के पास श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा दिखा।

कठुआ, जागरण संवाददाता : उत्तर भारत के सबसेे बड़े झिड़ी मेले के लिए दूसरे राज्यों के श्रद्धालुओं और पर्यटकों के आने का सिलसिला तेज होने लगा है। इससे जम्मू कश्मीर के प्रवेश द्वार पर रौनक बढ़ने लगी है। निजी छोटे और बड़े वाहनों का रैली आने लगा है। ट्रकों मेें भी पूरी तरह से भर-भर कर श्रद्धालु पहुंचने लगे हैं। इस बार कोरोना मुक्त माहौल में हो रहे झिड़ी मेले को लेकर लोगों में उत्साह देखते ही बन रहा है। अब ऐसा माहौल अगले 9 नवंबर तक रहेगा।

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एेतिहासिक झिड़ी मेला 8 नवंबर को है। हालांकि, इस बार 8 को चंद्र ग्रहण होने के कारण वार्षिक मेल 7 को ही मनाई जा रही है, लेकिन झिड़ी में मेल के बाद भी मेला लगा रहता है। इसके चलते लखनपुर हाईवे से लेकर जम्मू तक श्रद्धालुओं के बड़ी संख्या में वाहनों के कारण हाईवे पर जमावड़ा रहेगा। शनिवार को लखनपुर में श्रद्धालुओं की वजह से भारी रौनक रही, खासकर दाल भल्ले बेचने वालों के लिए तो यह मेला दुकानदारी बढ़ाने वाला रहा। हालांकि, ऐसी रौनक दो साल के अंतराल के बाद दिखी है। इससे दुकानदारों के चेहरे खिल उठे हैं।

पूरे लखनपुर में प्रत्येक दाल भल्ले बेचने वालों के पास श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा दिखा। इस बीच लखनपुर में वाहनों के रुकने से जाम जैसा माहौल बना रहा। अभी रविवार शाम से और सोमवार 7 नवंबर को तो और भी ज्यादा भीड़ रहेगी। उस दिन कार्तिक पूर्णिमा के उपलक्ष्य में एक दिन पहले ही चंद्रमा ग्रहण के कारण अन्य बिरादरियों की मेल अलग-अलग देव स्थानों पर आयोजित होंगी, जिसमें पंजाब सहित अन्य राज्यों के श्रद्धालु अपने-अपने देवताओं के मंदिरों में परिवार सहित पहुंचेंगे। ऐसे में अगले दो दिन बिरादरियों की मेलों के कारण रौनक एवं उल्लास से भरे रहेंगे।


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