बर्फभारी से जंगली जानवरों का मैदानों में आना खतरनाक
संवाद सहयोगी, बिलावर : पहाड़ों में हुइ बर्फभारी से जैसे-जैसे ठंड बढ़ रही है वैसे-वैसे पहाड़ों से खतरा
संवाद सहयोगी, बिलावर : पहाड़ों में हुइ बर्फभारी से जैसे-जैसे ठंड बढ़ रही है वैसे-वैसे पहाड़ों से खतरा मैदानी इलाकों की ओर बढ़ रहा है। भालू, तेदुआ, जंगली सूअर आदि जंगली जानवरों के मैदानी इलाकों की ओर बढ़ते कदम पहाड़ों में बसे लोगों के लिए ओर भी ज्यादा खतरनाक सिद्ध हो रहे हैं। जबकि बर्फभारी का फयादा लेते हुए शिकारी भी शिकार खेलने के लिए सक्रिय है। जिसे खतरा जानवरों को भी है। वहीं वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि विभाग लोगों को जंगली जानवरों के कहर से बचाने के लिए अपनी टीमें तैनात कर दी हैं। जंगली भालू, तेंदुए ताजा बर्फभारी के कारण पहाड़ों से रिहायशी क्षेत्रों में घुस कर मवेशियों के साथ साथ अब इंसान को भी अपना शिकार बना रहे हैं। लोहाई मल्हार तहसील के किंडली, आडोदहा, मग्गैनी आदि में ही जंगली भालू ने काफी आतंक मचाया हुआ है। 15 दिन पहले किंडली में शिकारियों की गोली का शिकार बना भालू का शव जंगल से बरामद हुआ। यहा नहीं बिलावर के मैदानी इलाकों टाडी, गोरठा, कोटी, रामपुर, मालती, गढ़, रामकोट, बूल में तेंदुए ने आतंक मचाया हुआ है। तेंदुए किसानों के मवेशियों को मौत के घाट उतार रहें है। इससे बेखौफ इन आदमखोर जानवरों से हर वक्त खतरा बना हुआ है।
इस बारे में रेंज अधिकारी बिलावर भूपेंद्र सिंह से बात की गई तो उनका कहना है कि कि उन्होंने पहले ही बर्फभारी को देखते हुए वन कर्मियों को मल्हार, मशेड़ी में भेज दिया है। जो अपनी टीम के साथ वहा पर तैनात है।