अग्निकांड में पांच परिवारों के कुल्ले जले
जागरण संवाददाता कठुआ शहर के निकटवर्ती जगतपुर गाव में रविवार दोपहर को गुज्जरों के कु
जागरण संवाददाता, कठुआ : शहर के निकटवर्ती जगतपुर गाव में रविवार दोपहर को गुज्जरों के कुल्लों में भयंकर आग लग गई। जिससे कुछ ही मिनटों में आग ने पाच कुल्लों को अपनी चपेट में ले लिया। जिससे कुछ ही पल में कई साल लगाकर चुन चुन कर तैयार किया गया कुल्लों का अंदर पड़ा सारा घरेलू सामान आग की भेंट चढ़ गया। आग पर काबू पाने के लिए शहर के दमकल विभाग से तीन गाड़िया मंगवाई गईं लेकिन जब तक गाड़िया वहां पहुंचती सब कुछ राख हो चुका था।
दोपहर को रावी दरिया के किनारे जगतपुर स्थित एक साथ बने 5 कुल्लों में सबसे पहले बरकत अली के कुल्ले को आग लगी। जिसे देखकर आसपास के सभी कुल्लों में रहने वाले अन्य सदस्यों ने बुझाने का प्रयास किया। आग बुझाने के दौरान एक चिंगारी दूसरे कुल्ले में जा गिरी। इसका पता तब चला जब तक उस चिंगारी ने अन्य कुल्लों को भी अपनी चपेट में ले लिया। देखते ही देखते कई सालों से वहां रहने वाले परिवारों के सामने उनकी मेहनत से बनाए गए आशियाने आग में राख हो गए। इस आगजनी में 5 परिवारों का लाखों रुपये का नुकसान होने का अनुमान लगाया गया है। जिनमें तीन कुल्ले तीन भाइयों के थे जबकि दो अन्यों के। लखनपुर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आग लगने के कारणों की जाच की और प्रभावित परिवारों के बयान दर्ज कर हुए नुकसान का ब्योरा लिया। आगजनी में एक कुल्ले के अंदर बंधी दो भैंसें भी जल कर मर गई। जिनकी कीमत एक लाख से ज्यादा बताई जा रही है। कुल्ले में लगी आग से जले सामान को देखकर परिवार के सदस्य रो रहे थे। जिन्हें उनके कई सदस्य पकड़ कर सांत्वना दे रहे थे
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जिनके कुल्ले जले
.बरकत अली पुत्र फत्ता गुज्जर,
.युसुफ पुत्र फत्ता, गुज्जर
. मीर अली पुत्र फत्ता,गुज्जर
.सिपाहियां पुद्ध बाबू दीन
.फातिमा बीबी पत्नी स्वर्गीय लियाकत अली ---------------------
सबसे ज्यादा बरकत अली के नुकसान को अन्य सदस्य रोए इस आपदा में हालांकि दो भाइयों के अलावा अन्य दो का काफी नुकसान हुआ, लेकिन परिवार के सदस्य बरकत अली के कुल्ले सहित उसका सारा सामान जलने पर काफी रोए। उसके पास पशु धन न होकर वह एक फैक्टरी में काम करता था। जो मुश्किल से परिवार का पालन पोषण कर रहा था। इस त्रासदी ने उसकी तो कमर ही तोड़ दी है। जबकि मीर अली की दो भैंसें भी जल कर मर गई। आग के बाद कुछ बचे सामान की तलाश में परिवार के सदस्यों को देख सब की आंखों में आंसू आ गए।