जिला प्रशासन ने पूर्व मंत्री की जमीन को तालाब घोषित किया
जागरण संवाददाता, कठुआ : जिला प्रशासन ने अतिक्रमण के खिलाफ जारी मुहिम के चलते मंगलवार विगत कई दशकों
जागरण संवाददाता, कठुआ : जिला प्रशासन ने अतिक्रमण के खिलाफ जारी मुहिम के चलते मंगलवार विगत कई दशकों से कॉलेज रोड पर इंदिरा कॉलोनी के पास खाली पड़ी भूमि को जेसीबी लगाकर साफ कर दिया। हालांकि, उक्त भूमि पर पूर्व मंत्री बाबू सिंह ने मालिकाना हक जताते हुए प्रशासन की कार्रवाई का मौके पर जमकर विरोध किया लेकिन प्रशासन ने इसे अपने रेवेन्यू रिकॉर्ड में तालाब की भूमि घोषित किया है। जिसके चलते जिला प्रशासन ने विरोध के बावजूद उक्त भूमि को साफ कराकर उसे फिर से तालाब का स्वरूप देने का काम जारी रखा हुआ है। उधर बाबू सिंह ने जिला प्रशासन की इस कार्रवाई को तानाशाही बताते हुए मरणव्रत की धमकी दी है। उन्होंने कहा कि उनके पास भूमि के मालिकाना दस्तावेज हैं। जो उन्होंने मौके पर कार्रवाई करने पहुंचे तहसीलदार जय सिंह को भी दिखाएं, जिसमें बाकायदा रेवेन्यू विभाग द्वारा ही इंतकाल चढ़ाने के बाद कोर्ट ने भी पंजीकरण किया है। ऐसे में भूमि तालाब की नहीं हो सकती है और न ही कभी ये तालाब था। अगर रिकॉर्ड में ये तालाब होता तो उनकी मालिकाना भी नहीं होती। रिकॉर्ड में तालाब न होने पर ही उसके नाम मालिकाना हुई है। उस समय के मौके के तहसीलदार ने खुद इंतकाल किए हैं, ऐसे में वो रिकॉर्ड देखा जाए। उसके बाद ही भूमि को खाली कराने के लिए कार्रवाई करे अन्यथा वो कार्रवाई के विरोध में जहां मरणव्रत पर बैठ जाएंगे। कार्रवाई करने पहुंचे तहसीलदार ने कहा कि वो डीसी कठुआ के आदेश पर जहां कार्रवाई करने पहुंचे है।