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वादा कर भूले उपमुख्यमंत्री डॉ. निर्मल सिंह

संवाद सहयोगी, बिलावर : उपमुख्यमंत्री डॉ. निर्मल सिंह ने रामकोट और भडडू पंचायतों को म्यूनिसिपल कम

By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Feb 2018 03:00 AM (IST)Updated: Wed, 28 Feb 2018 03:00 AM (IST)
वादा कर भूले उपमुख्यमंत्री डॉ. निर्मल सिंह
वादा कर भूले उपमुख्यमंत्री डॉ. निर्मल सिंह

संवाद सहयोगी, बिलावर : उपमुख्यमंत्री डॉ. निर्मल सिंह ने रामकोट और भडडू पंचायतों को म्यूनिसिपल कमेटी बनाने का जनता के साथ वादा किया था। इसपर 2015 में कुछ प्रपोजल बना भी, लेकिन तीन साल बीतने के बाद भी दोनों ऐतिहासिक कस्बों को म्यूनिसिपल कमेटी का दर्जा नहीं मिला पाया है। इससे लोगों के हाथ मायूसी लगी है।

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भड्डू और रामकोट के लोगों ने उप-मुख्यमंत्री व शहरी विकास मंत्री डॉ. निर्मल सिंह से दोनों कस्बों की ऐतिहासिक महत्ता और उनके विकास के लिए म्यूनिसिपल कमेटी का दर्जा देने की माग की है। रामकोट 2014 में नई प्रशासनिक इकाईयों के नेका और काग्रेस गठबंधन सरकार के कार्यकाल के दौरान तहसील बन गई है, जबकि तहसील मुख्यालय होने के कारण कमेटी का दर्जा मिलने के रामकोट के दावे को और बल मिलता है।

ऐतिहासिक कस्बे हैं भड्डू और रामकोट

भड्डू भडवाल राजाओं की रियासत की राजधानी थी। इसको 1872 में जसरोटा जिला बनाने से पहले जिले का दर्जा प्राप्त था। भड्डू में आज भी तालाब राजाओं के समय के तालाब, बावलियां भी है। आज भी यहां तालाब के किनारे रामलीला का आयोजन किया जाता है, जिसमें क्षेत्र के सभी लोग प्राथमिकता के आधार पर भाग लेते हैं। वहीं रामकोट तहसील उपजिला बिलावर का ऐतिसाहिक कस्बा है जो मनकोट राजाओं की राजधानी रहा है। पहले इसका का नाम मनकोट था जो बाद मे बदलकर रामकोट हुआ। रामकोट में आज भी राजाओं के महलों के खंडहर मौजूद हैं, लेकिन सरकार की अनदेखी के कारण वह भी जीर्णोद्धार की बाट जोह रहे हैं।

राजस्व विभाग द्वारा उपमुख्यमंत्री के निर्देशों पर रामकोट और भड्डू को म्यूनिसिपल कमेटी बनाने के लिए जनसंख्या और क्षेत्रफल का प्रपोजल बनाकर उच्चाधिकारियों के पास भेजा गया है।

-जोगिंद्र सिंह राय, एडीसी बिलावर

भड्डू का पंचायत होने के कारण उचित विकास नहीं हो पाया है। जनता भी उपमुख्यमंत्री की घोषणा का समर्थन करते हुए इस ऐतिहासिक कस्बे को कमेटी के अधीन लाने का समर्थन करती है। सरकार को चाहिए कि जल्द से जल्द आध्यादेश जारी कर भड्डू और रामकोट को कमेटी का दर्जा दे। -संजीव गुप्ता

रामकोट और भड्डू दोनों ही प्राचीन कस्बे हैं, लेकिन आजादी के बाद पंचायतों का गठन होने के बाद यहां कोई खास विकास नहीं हो पाया है। उप-मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद दोनों को कमेटी का दर्जा दिया जाता है तो क्षेत्र के विकास के लिए अलग से फंड्स आएंगे।

-सोनू मेहरा

प्रशासन को भड्डू और रामकोट को म्यूनिसिपल कमेटी बनाने के लिए प्रपोजल बनवाया था, लेकिन उसके बाद कोई भी प्रक्रिया नहीं हुई। जल्द से जल्द औपचारिकताओं को पूरा करवा दोनों पंचायतों को बदल कर म्यूनिसिपल कमेटी बनाया जाना चाहिए, ताकि विकास हो सके।

- विशाल शर्मा


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