डेंगू के डंक से चार और मामले पॉजिटिव
जागरण संवाददाता, कठुआ : जिले में गत वर्ष की तरह इस बार भी डेंगू का डंक जारी है। शुक्रवार ताजा रिपोर्
जागरण संवाददाता, कठुआ : जिले में गत वर्ष की तरह इस बार भी डेंगू का डंक जारी है। शुक्रवार ताजा रिपोर्ट में जिले में 4 और नए मामले पॉजिटिव पाए गए हैं। नए मामलों में दो शहर के एक वार्ड 6 और एक 7 का है। इसके अलावा एक बिलावर और एक छन्न रोड़ियां का मामला है। नए 4 मामलों के साथ ही जिले में डेंगू पीड़ितों की संख्या अब 15 पहुंच गई है। धीरे-धीरे डेंगू के जारी डंक से इसके और भी बढ़ने की संभावना अभी बनी है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग को इसकी रोकथाम के लिए युद्धस्तर पर प्रयास करने की जरूरत है। इससे पहले पाए गए इसी वर्ष गत माह से लेकर अब तक कुल 11 मामलों में से 6 शहर के हैं। ऐसे में कुल 15 में से 11 शहर के ही मामले हो गए हैं। जिससे पता चलता है कि पिछले साल की तरह इस बार भी डेंगू से शहर मुक्त नहीं है। गत वर्ष शहर के वार्ड 5, 6 और 7 में डेंगू का कहर बरपा था। सैकड़ों लोग पीड़ित हो गए थे। ऐसे में अगर समय रहते इसकी रोकथाम के लिए कोई उपाए नहीं किए गए तो डेंगू का डंक फिर बढ़ सकता है। विभाग को एहतियातन पूरे शहर खासकर जहां डेंगू के पनपने की संभावना है, जिसमें 5,6,7 और हटली मोड़ क्षेत्र के वार्ड 13 और 14 में मैलाथियान का स्प्रे कर देना चाहिए ताकि डेंगू और न फैले। वहीं स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि जहां से जांच में डेंगू के रिजल्ट पॉजिटिव आ रहे हैं, वहां पर पीड़ित के घर के अलावा आसपास के क्षेत्र में भी मैलाथियान का स्प्रे कराया जा रहा है।
जिला के सीएमओ डॉ. अशोक चौधरी ने चार और नए डेंगू के मामलों की पुष्टि करते हुए बताया कि शहर के वार्ड 6 और 7 में मैलाथियान का स्प्रे करने के आदेश जारी किए हुए हैं। इसके अलावा जहां से भी नए मामले आते हैं, वहां पर भी मैलाथियान का स्प्रे किया जा रहा है। लोगों को डेंगू के बचाव के लिए भी खुद भी हिदायतें बरतने के लिए प्रचार किया गया है। ऐसा नहीं है कि विभाग डेंगू के पॉजिटिव मामले आने पर गंभीर नहीं है। डेंगू को लेकर अभी स्थिति इतनी भयावह नहीं है, लेकिन फिर भी उनका विभाग इसको लेकर सर्तक है। उन्होंने आम लोगों को बुखार आने सहित अन्य बताए गए लक्षण पर जिला अस्पताल में खून की जांच कराने की सलाह दी है ताकि विभाग को भी समय पर पता चलने से पीड़ित का तुरंत इलाज हो सकें। इसके साथ ही उक्त क्षेत्र में रोकथाम के उपाए हो सके।