पीएम की झूठ रैली से जम्मू में कांग्रेस लहर की हुई शुरुआत : जीए मीर
-कहा, अनुशासन में कमी और कार्यकर्ताओं की अनदेखी के कारण पार्टी 2014 में हारी, फोटो सहित-1,2 जाग
-कहा, अनुशासन में कमी और कार्यकर्ताओं की अनदेखी के कारण पार्टी 2014 में हारी,
फोटो सहित-1,2
जागरण संवाददाता, कठुआ : विजयपुर में पीएम की झूठ रैली से जम्मू में कांग्रेस लहर की शुरूआत हो गई है। इसलिए कांग्रेस कार्यकर्ता अब उन्हें बूथ, मतदान केंद्र से लेकर ब्लॉक स्तर तक मजबूत बनाने का वादा उन्हें आज इस सम्मेलन में करके दें ताकि राज्य में सिर्फ कांग्रेस पार्टी की अपनी सरकार बन सके। ये शुरूआत भी राज्य के पहले और प्रवेश द्वार जिला से होनी चाहिए। ये बातें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जी ए मीर ने मंगलवार कठुआ में पार्टी के आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में उपस्थित कार्यकर्ताओं से कहीं। जीए मीर ने अपने संबोधन में कहा कि विजयपुर रैली में प्रधानमंत्री की रैली भीड़ जुटाने के मामले में फ्लाप साबित हुई है। जिसमें भाजपा नेताओं द्वारा एकत्रित की गई 20 हजार भीड़ में से 15 हजार सरकारी कर्मी शामिल हुए थे। जिसमें एनएचएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और ग्रामीण विकास विभाग के ग्राम सेवक शामिल थे। जिसके चलते भाजपा प्रधानमंत्री स्तर की रैली में भीड़ नहीं जुटा पाये, पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष अपने क्षेत्र से पांच सौ लोग रैली में नहीं ला पाए। प्रधानमंत्री का पद संवैधानिक होता है, इस पर चाहे कोई भी बैठा हो,उसे सुनने के लिए इतने लोग पहुंचते हैं। दो लाख की भीड़ जुटाने का दावा करने वाली पार्टी के प्रधानमंत्री की रैली में 10 हजार कुर्सियां खाली रहीं। इस रैली के बाद जम्मू में कांग्रेस के लहर की शुरूआत हो चुकी है। जिससे उन्हें खुशी है। पीएम की रैली के बाद कांग्रेस प्रदेश की सभी छह सीटों पर कब्जा करेगी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी भाजपा सरकार की तरह सिर्फ हवा में घोषणाएं नहीं करती है बल्कि उसे लागू भी करती है। इसका उदाहरण उनकी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा देश के तीन राज्यों में किसानों का कर्ज माफ करने का वादा तीन घंटे में पूरा किया। ठीक इसी तरह से जम्मू कश्मीर में भी आने पर वादा करेंगे। राहुल गांधी ने भारत में झूठ की राजनीति को नकार कर सच्चाई का रास्ता चुना है। मध्यप्रदेश, राजस्थान व छत्तीसगढ़ सहित तीन राज्यों में हुए विस चुनाव के नतीजों ने देश में 2019 के चुनावों के परिणाम का ट्रेलर दिखा दिया है। काग्रेस सत्ता में आने पर जम्मू क्षेत्र और सभी हिस्सों में न्याय और समान व्यवहार सुनिश्चित करेगी। उन्होंने पार्टी की कठुआ कार्यकर्ता को बड़ी संख्या में आगामी 16 फरवरी को जम्मू में होने वाले एक दिवसीय सम्मेलन में पहुंचने की अपील की। मीर ने इस मौके पर ये भी माना उनकी पार्टी की वर्ष 2014 में हार का मुख्य कारण सरकार में रहे मंत्रियों द्वारा कार्यकर्ताओं की अनदेखी रही है। पूर्व निकाय चुनाव में पार्टी की हार के कारण को उन्होंने कार्यकर्ता की अनदेखी एवं अनुशासन में कमियां मानी और कहा कि अब पार्टी में उन्हीं को तरजीह दी जाएगी,जो कठिन दौर में पार्टी के साथ चलने वाले और जमीनी स्तर कार्यकर्ता होंगे न कि अवसरवादी कार्यकर्ताओं को। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कई राज्यों में भले ही सत्ता या सीटें नहीं जीत पाई,लेकिन वोट प्रतिशत लगातार बढ़ रहा है। मीर ने यूपीए 1 और यूपीए 2 की कई उपलब्धियों का जिक्र किया और कहा कि दोनों कार्यकाल में जबरदस्त विकास ने पूरे राज्य में समाज के प्रत्येक वर्ग को लाभ पहुंचाया है और ये विकास गतिविधिया वर्तमान में भी दिखाई देती हैं। उन्होंने यूपीए सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर विकासात्मक और अन्य पैकेजों का उल्लेख किया। उन्होंने कश्मीर और सीमाओं पर स्थिति से निपटने के लिए राच्य और केंद्र को लताड़ लगाई और केंद्र सरकार की नीति पर सवाल उठाया। भाजपा अपने मतदाताओं की भावनाओं और अधिकारों की पूरी तरह से अनदेखी कर रही है और पिछले शासन के दौरान साप्रदायिक, विभाजनकारी और राष्ट्र विरोधी ताकतों के उदय पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने लोगों से बीजेपी को उसके नारों और वादों की याद दिलाने का आग्रह किया और उसे सत्ता के लिए बेच देने का सबक सिखाया। पूर्व एमएलसी विक्रमादित्य ने कहा कि पीडीपी और भाजपा सरकार ने राज्य के लोगों के साथ धोखा किया। इसलिए हवा में आते करने वालों से दूर रहे। पूरे देश की तरह अब राज्य में भी माहौल बदल रहा है। जिसमें कांग्रेस ही अब राज्य में सत्ता में आएगी। उन्होंने ये भी कहा कि जम्मू में कुछ लोग अब महाराजा हरी सिंह का नाम लेकर राजनीति कर रहे हैं।
सम्मेलन में उपस्थित लोगों में पूर्व मंत्री रमन भल्ला, पूर्व एमएलसी विक्रम आदित्य, पूर्व मंत्री और डीसीसी अध्यक्ष कठुआ डॉॅ. मनोहर लाल शर्मा, मनमोहन सिंह,कोषाध्यक्ष रजनीश शर्मा, शिव कुमार शर्मा, पूर्व विधायक गिरधारी लाल चलोत्रा शामिल हैं। (पूर्व विधायक), सुभाष गुप्ता (पूर्व एमएलसी), पंकज डोगरा, जाहिदा खान, एसपी भंडारी, सलाहकार। आजाद शत्रु, पवन शर्मा, अनिल शर्मा, करण सिंह, नरेंद्र खजूरिया, नप के पूर्व उपप्रधान केवल शर्मा, अनु डोगरा, गुरदर्शन सिंह, सुरेश डोगरा, रतन चंद कडोत्रा, अराधना अंडोत्रा, सरदार खान, रविंदर पाल सिंह, परमजीत सिंह आदि शामिल