सीमांत किसानों की सुध ले सरकार: चलोत्रा
प्राकृतिक आपदा और पाकिस्तानी गोलाबारी से फसलों को नुकसान हो रहा है। बासमती की फसल सौ फीसद बर्बाद हो चुकी है।
संवाद सहयोगी, हीरानगर : प्राकृतिक आपदा और पाकिस्तानी गोलाबारी से फसलों को नुकसान हो रहा है। बासमती की फसल सौ फीसद बर्बाद हो चुकी है। कई किसान इस बार गेहूं की बीजाई नहीं कर सके हैं। किसान आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। ऐसे में सरकार को किसानों की सुध लेनी चाहिए। किसानों को दोनों फसलों के नुकसान का दो हजार रुपये कनाल के हिसाब से मुआवजा देना चाहिए, ताकि वह परिवार का भरण पोषण कर सकें। यह बात कांग्रेस नेता गिरधारी लाल चलोत्रा ने कही। वह बुधवार को हीरानगर में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ माह से पाकिस्तान सीमांत गांवों में लगातार गोलीबारी कर रहा है। इस तरह की गोलीबारी में किसान खेती नहीं कर पा रहे हैं। इससे लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सरकार ने घरों में बंकर तो बनाए हैं, लेकिन कई घरों में अभी तक नहीं बन सके हैं। सरकार को स्थाई तौर पर गोलीबारी बंद करवानी चाहिए, ताकि लोग शांतिपूर्ण जिंदगी जी सकें। उन्होंने कहा कि हीरानगर सेक्टर में हजारों किसान के पास मालकियत की जमीन नहीं। वे सरकार जमीन पर खेती करते आ रहे थे, लेकिन राजस्व विभाग ने उनकी गिरदावरी भी खारिज कर दी। अब केंद्र शासित प्रदेश में केंद्रीय कानून प्रभावी हो रहे हैं, ऐसे में प्रभावित किसानों को कब्जे वाली सरकारी जमीन का मालिकाना हक देने के लिए कानून बनाना चाहिए ताकि लोग दरबदर न हो। बैठक में जगदीश डोगरा, रोमी खजूरिया, सरपंच विनय शर्मा, विशाल खजूरिया, सुरेंद्र सिह, रशपाल सिह, सत पाल, रमेश वर्मा, मुल्क राज और यशपाल आदि भी मौजूद थे।