कौन बनेगा कठुआ नगर परिषद चेयरमैन पद का दावेदार, असमंजस बरकरार
जागरण संवाददाता, कठुआ : निकाय चुनाव के 20 अक्टूबर को परिणाम घोषित हो चुका है। नगर पि
जागरण संवाददाता, कठुआ : निकाय चुनाव के 20 अक्टूबर को परिणाम घोषित हो चुका है। नगर परिषद कठुआ में भाजपा को आठ वार्डो में जीत मिल है। कांग्रेस को पांच वार्डो में, जबकि दो कांग्रेस समर्थन निर्दलीय भी पार्षद चुने गए हैं। इसके अलावा छह निर्दलीय भी अलग-अलग वार्डो से जीतकर आए हैं। 21 वार्डो वाली नगर परिषद में चेयरमैन की कुर्सी हासिल करने के लिए 11 पार्षदों का समर्थन जरूरी है। ऐसे में भाजपा को आठ सीटों पर जीत मिली है। चेयरमैन के पद पर दावा करने के लिए उसे तीन और पार्षदों की जरूरत है, ऐसे में वह भी चेयरमैन पद पर दावा पेश नहीं कर सकती है। कांग्रेस को अगर दो सहयोगी निर्दलीय समर्थन देते हैं तो उसके पास कुल मिलाकर सात सीटें मिलती है, दावे के लिए चारे पार्षदों की जरूरत उसे भी रहेगी। अगर विभिन्न वार्डो से जीत कर आए छह निर्दलीयों में से तीन भी भाजपा के साथ हो जाते हैं तो भाजपा अपने पार्षदों में से किसी को भी चेयरमैन बना सकती है। मगर अभी तक निर्दलीय की ओर से ऐसा कोई संकेत नहीं मिला है कि वह भाजपा को समर्थन देंगे। कांग्रेस, भाजपा और निर्दलीयों में से किसी के पास बहुमत नहीं हैं, ऐसे में चेयरमैन की कुर्सी पर असमंजस बरकरार है। कैसे दावा पेश कर सकती है भाजपा
भाजपा के पास आठ पार्षद हैं, ऐसे में उसे तीन और पार्षदों की आवश्यकता है। अगर कोई भी तीन निर्दलीय भाजपा के साथ हो जाते हैं तो चेयरमैन भाजपा का बन सकता है। कांग्रेस के लिए भी है रास्ता
कठुआ नगर परिषद में कांग्रेस के पांच पार्षद जीत कर आए हैं। दो निर्दलीयों का पहले ही समर्थन है। कुल मिलाकर कांग्रेस के पक्ष में सात पार्षद हैं। ऐसे में कोई भी चार निर्दलीय कांग्रेस के हाथ हो जाएं तो कांग्रेस चेयरमैन पद पर कब्जा कर सकती है। चेयरमैन पद के लिए निर्दलीयों की संभावनाएं
कठुआ में छह निर्दलीय अलग-अलग वार्डो से जीत कर आए हैं, जबकि दो निर्दलीय कांग्रेस समर्थक हैं। अगर कांग्रेस समर्थक दोनों निर्दलीय भी अलग-अलग हो जाएं और अन्य छह निर्दलीय कांग्रेस के साथ मिल जाएं तो निर्दलीय की टीम 11 का आंकड़ा पूरा कर सकते हैं और किसी को भी चेयरमैन बना सकते हैं।