Move to Jagran APP

रावी दरिया में बने पुल के लोकार्पण की डेडलाइन खत्म

जागरण संवाददाता, कठुआ : प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री एवं क्षेत्र के सांसद डॉ. जितेंद्र सिं

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Dec 2018 02:04 AM (IST)Updated: Sat, 15 Dec 2018 02:04 AM (IST)
रावी दरिया में बने पुल के लोकार्पण की डेडलाइन खत्म
रावी दरिया में बने पुल के लोकार्पण की डेडलाइन खत्म

जागरण संवाददाता, कठुआ : प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री एवं क्षेत्र के सांसद डॉ. जितेंद्र सिंह के जिले में ड्रीम प्रोजेक्ट किड़ियां गंडयाल स्थित रावी दरिया पर बने पुल के लोकार्पण की डेडलाइन 15 दिसंबर को समाप्त हो रही है और अभी तक कार्य पूरा नहीं हो पाया है। हालांकि पुल का निर्माण पूरा हो चुका है, लेकिन कठुआ जिला मुख्यालय से पुल को दी जाने वाले रोड क्नेक्टिीविटी का कार्य अभी पूरा नहीं हुआ है, जिसे पूरा करने के लिए अभी करीब एक महीना तक लग सकता है। अभी शहर के जराई चौक से लेकर भागथली तक करीब 900 मीटर सड़क का निर्माण भी तेजी से जारी है। हालांकि दो माह पहले इस कार्य को हर हाल में 15 दिसंबर तक पूरा करने का केंद्रीय राज्यमंत्री का जिला प्रशासन पर पूरा दवाब था। इसी के चलते जिला प्रशासन ने इस कार्य को पूरा करने के लिए 15 दिसंबर तक डेडलाइन दी थी, लेकिन मौसम की खराबी एवं अन्य रुकावट के चलते तय डेडलाइन पर कार्य पूरा नहीं हो पाया है। ऐसे में जारी कार्य की गति को देखते हुए करीब 150 करोड़ की परियोजना के पूरा होने के लिए अब फिर अगली डेडलाइन एक माह तक पूरा होने पर मिल सकती है।

loksabha election banner

सांसद डॉ. जितेंद्र सिंह का प्रयास है कि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले इस परियोजना का कार्य पूरा हो, ताकि वह जनता को उनके द्वारा अपने कार्यकाल के दौरान जमीनी स्तर पर विगत सात दशक पुरानी मांग को पूरा करने की उपलब्धि दिखा सकें। वर्ष 2014 के चुनावी वादे में भी उनका यह मुख्य कार्य था। चुनाव जीतने के बाद ही उन्होंने इस पुल के निर्माण के प्रयास शुरू कर दिए थे। अब वे प्रयास अब अंतिम चरण में सफलता की ओर हैं। इसी के चलते जिला प्रशासन भी इस कार्य को पूरा करने के लिए पूरी तरह से प्रयासरत है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि आजादी के बाद किड़ियां गंडयाल गांववासियों की बड़ी मांग पूरी होने जा रही है। रावी पर पुल न होने से उक्त गांववासी राज्य से विशेषकर जिला मुख्यालय से सीधे संपर्क से कटे थे। उन्हें आठ किलोमीटर की जिला से दूरी होने पर रावी दरिया में पुल के अभाव के कारण 40 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करके पंजाब से घूम कर आना पड़ता था। इसके कारण स्थानीय लोगों की जिंदगी अभिशाप बनी थी। करीब 10 हजार आबादी राज्य की स्थायी निवासी होते हुए भी व्यवहारिक रूप से पंजाब के होकर रह गई थी। अब उनके लिए तैयार हुआ पुल नया युग लेकर आ रहा है। - इंसेट

पुल का निर्माण पूरा हो चुका है। अब सिर्फ रोड कनेक्टिीविटी कार्य शेष रह गया है। हालांकि डेडलाइन 15 दिसंबर है, लेकिन अभी इस कार्य को पूरा होने में करीब एक महीना लग सकता है। उसके बाद ही लोकार्पण हो सकता

- उत्तर कुमार शर्मा, कार्यकारी अभियंता, पीडब्ल्यूडी, कठुआ


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.