गोलाबारी से हुए नुकसान का मुआवजा न मिलने पर प्रदर्शन
संवाद सहयोगी, हीरानगर : पाकिस्तान की गोलाबारी से प्रभावित सीमावर्ती लोंडी गाव में पक्के बंकरों का नि
संवाद सहयोगी, हीरानगर : पाकिस्तान की गोलाबारी से प्रभावित सीमावर्ती लोंडी गाव में पक्के बंकरों का निर्माण शुरू न होने तथा मई माह में गोलाबारी से हुए नुकसान की मुआवजा राशि न मिलने से निराश लोगों ने वीरवार को प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रोष जताया। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासनिक अधिकारी प्रभावित लोगों की अनदेखी कर रहे हैं।
प्रदर्शन में शामिल सुदर्शन कुमार, जगदेव सिंह, अशोक कुमार, लाल सिंह, भोज राज का कहना है कि मई माह में पाकिस्तान की गोलाबारी से गाव में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी जबकि दो अन्य लोग घायल हो गए थे। गोलाबारी में 8 पशु भी मारे गए दर्जन के करीब मकानों को भी नुकसान पहुंचा था। अभी तक गोलाबारी से प्रभावित हुए इन परिवारों को मुआवजा राशि नहीं मिली जबकि राजस्व विभाग ने उनके बैंक खाते आधार कार्ड नंबर भी लिए थे। उन्होंने कहा कि मई माह में गोलाबारी के बाद भी सीमा पर तनाव बना हुआ है। आज तक किसी प्रशासनिक अधिकारी में गावों का दौरा कर उनकी सुध नहीं ली। गृह मंत्रालय ने सीमांत गावों में पक्के बंकर बनाने की मंजूरी दे रखी है। लोंडी लोनी गाव में अभी तक बंकरों का निर्माण शुरू नहीं हुआ जबकि गाव से 3 किलोमीटर पीछे पड़ते गाव में बंकरों का निर्माण हो रहा है। उन्होंने कहा कि मई माह में गोलाबारी के दौरान केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने दौरा कर प्रभावितों को हर संभव सहायता देने की घोषणा की थी। सहायता देना तो दूर, किसी ने लोगों की सुध तक नहीं ली। उन्होंने कहा कि सीमा गाव के युवाओं को पुलिस में भर्ती करने की भी घोषणा की गई थी। साल से भर्ती नहीं हुई गोलाबारी से सीमा के साथ गाव प्रभावित हैं और सरकार 6 किलोमीटर की पट्टी में पड़ते ग्रामों को शामिल कर रही है।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर उन्हें जल्द मुआवजा राशि नहीं मिली और बंकरों का निर्माण शुरू नहीं हुआ तो लोग गाव में ही धरना लगा कर बैठ जाएंगे।