साहब! डिपो में पांच रुपये प्रति किलोग्राम महंगा कर दिया राशन
सपोलिया ने कहा कि राशन डिपो में पांच रुपये प्रति किलो के हिसाब से महंगा राशन देने के संबंध में आपको शिकायत भी की गई थी लेकिन कोई कदम नहीं उठाए गए।
संवाद सहयोगी, बसोहली : उपमंडल बसोहली के सरकारी डिपुओं में मिलने वाले सरकारी राशन की कीमतों में पांच रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से बढ़ोतरी कर दी गई है। लोगों को महंगे दामों पर राशन दिया जा रहा है। यह बात बसोहली के पूर्व विधायक जगदीश राज सपोलिया ने एडीसी तिलक राज थामा से मुलाकात कर कही। वह मंगलवार को भाजपा कार्यकर्ताओं के एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए एडीसी कार्यालय में पहुंचे थे। प्रतिनिधिमंडल में नगर पालिका अध्यक्ष सुमेश सपोलिया, व्यापार मंडल अध्यक्ष अनिल पाधा, सोहन चौधरी, ओम प्रकाश शर्मा, सुदर्शन कपूर, नसीब चंद, पार्षद सुरेंद्र सिह, महमूद, राकेश मेहरा, राजेंद्र बाली सहित अन्य भाजपा कार्यकर्ता शामिल थे।
सपोलिया ने कहा कि राशन डिपो में पांच रुपये प्रति किलो के हिसाब से महंगा राशन देने के संबंध में आपको शिकायत भी की गई थी, लेकिन कोई कदम नहीं उठाए गए। उन्होंने मांग की कि जल्द से जल्द डीपो संचालकों को निर्देश दिया जाए कि लोगों से वसूले गए ज्यादा पैसे जल्द से जल्द वापस किए जाएं। इस पर एडीसी ने कहा कि इस संबंध में तहसील सप्लाई अधिकारी को निर्देश देकर जांच करवाई जाएगी। वहीं, उन्होंने आश्वासन दिलाया कि अन्य मामलों को लेकर संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बातचीत करके हल निकाला जाएगा। कई न गांव के रहे, न ही शहरी बन पाए
जगदीश राज सपोलिया ने कहा कि बसोहली में नए राशन कार्ड भी नहीं बनाए जा रहे हैं। कई लोग अपने गांव से राशन कार्ड में नाम कटवाकर बसोहली शहर में आ गए, ताकि यहां राशन कार्ड बन सके। मगर उनका गांव के पुराना राशन कार्ड तो खत्म ही हो गए और यहां नए भी नहीं बन सके हैं। उन्होंने मांग की कि जल्द से जल्द बसोहली में नए राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू की जाए। नाकों के कारण मुख मोड़ने लगे पर्यटक
भाजपा प्रतिनिधियों ने कहा कि कस्बे मे पुलिस आए दिन नाके लगाती है। इससे पर्यटक परेशान हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि खासकर सुबह शाम को पुलिस कभी अटल सेतु तो कभी बारला चौगान में पर्यटकों को तंग करने के लिए नाके लगाती है। अगर इसी प्रकार नाके लगते रहे तो कोई भी पर्यटक अटल सेतु, पूरथू, चंचलो माता एवं खंडहर बने महलों को देखने नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि पर्यटकों को नाकों पर तंग न किया जाए और अटल सेतु से नाका हटाया जाए। रेत-बजरी के खनन की दी जाए अनुमति
सपोलिया ने कहा कि जिला प्रशासन ने रेत बजरी के खनन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस कारण उप जिला बसोहली में हजारों के करीब मिस्त्री, मजदूर, ट्रक मालिक, टिप्पर मालिक के अलावा रेत बजरी को निकालने वाले मजदूर बेरोजगार हो गए हैं। कई लोग अपना घर बनाने का सपना भी पूरा नहीं कर पा रहे हैं। सरकारी विकास कार्य सब बंद पड़े हुए हैं। उन्होंने मांग की कि जल्द रेत बजरी के खनन की अनुमति दी जाए, ताकि विकास कार्य प्रभावित न हो।