फंड की कमी से अधर में लटका सुकराला मार्ग के विस्तारीकरण का कार्य
करुण शर्मा बिलावर करीब 41 करोड़ की लागत से शुरू किए गए फिंतर-सुकरालामार्ग के विस्तारीकरण्
करुण शर्मा, बिलावर: करीब 41 करोड़ की लागत से शुरू किए गए फिंतर-सुकरालामार्ग के विस्तारीकरण का कार्य फंड की कमी की वजह से अधर में है। इसके कारण लोगों को खासे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
दरअसल, तीन साल पहले सेंटर रोड फंडिंग (सीआरएफ) के तहत तत्कालीन उप मुख्यमंत्री डॉ.निर्मल सिंह ने बिलावर - फिंतर और बिलावर-सुकराला सड़कों के विस्तारीकरण का काम शुरू करवाया था, लेकिन तीन वर्षो से फंड्स की किल्लत के कारण दोनों मार्ग के विस्तारीकरण का काम अधर में लटका हुआ है। इसके कारण फ्लावर और सुकराला वासियों के लिए जहा परेशानी का सबब बना हुआ है, वहीं अधर में सड़क निर्माण का कार्य लटके रहने की वजह से आए दिन हादसे भी हो रहे हैं। अब स्थानीय लोगों के मन में एक ही सवाल है कि जब फंड ही नहीं थे तो सड़क के विस्तारीकरण का कार्य क्यों शुरू किया गया। प्रदेश में पीडीपी-भाजपा गठबंधन की सरकार हटते ही मार्ग का निर्माण कार्य धीमी गति पकड़ लिया। केंद्र सरकार द्वारा कोरोना महामारी के बीच सेंटर स्पॉन्सर्ड सभी योजनाओं के फंड्स वापस ले लिए जाने के कारण दोनों सड़क प्रोजेक्ट पर खतरे की घटी बज चुकी है। बिलावर की जनता बार-बार उप जिला प्रशासन के अलावा उप राज्यपाल के सलाहकार रहे के के शर्मा से भी दोनों मार्ग के निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरा करवाने की गुहार लगा रही है।
बहरहाल, विस्तारीकरण का निर्माण कार्य अधर में लटकने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। बिलावर म्यूनिसिपल कमेटी के पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र कुमार, पूर्व अध्यक्ष राकेश चंदेल, रविकात मिश्रा आदि ने बताया कि बिलावर-सुकराला देवी मार्ग का विस्तारीकरण का काम अधर में होने की वजह से कंकर और धूल लोगों का जीना दुश्वार कर रही है। इससे लोग नजला जुकाम खासी आदि बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सड़क का निर्माण कार्य लोगों के लिए अब सरदर्द बन चुका है।
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दुश्वारिया और भी है..
बिलावर: सीआरएफ के तहत बन रहे बिलावर-फिंतर और बिलावर-सुकराला मार्ग के निर्माण कार्य में फंड की कमी के अलावा और भी कई अड़चने है। दोनों मार्ग के निर्माण में बिजली के पुराने खंभे और तार के अलावा जल शक्ति विभाग के पाइपें भी अड़चने डाल रही है, जिसे शिफ्ट करने में दोनों विभागों की कार्रवाई कछुआ चाल से चल रही है। बिलावर कस्बे में ही करीब एक वर्ष में डेढ़ किलोमीटर के इलाके से बिजली के खंभे और पाइपें तक शिफ्ट नहीं हो पाई है। कोट्स---
बिलावर-सुकराला और बिलावर-फिंतर मार्ग के विस्तारीकरण प्रोजेक्ट से संबंधित फंड्स केंद्र सरकार द्वारा कोरोना महामारी के दौरान सरेंडर कर दिए गए थे, इसलिए दोनों प्रोजेक्टों को लैंग्वेइश बनाकर सरकार के पास फंड मंजूरी के लिए भेजा गया है जैसे ही फंड्स आते हैं। वैसे ही सड़कों का निर्माण कार्य दोबारा से पटरी पर लौट आएगा।
- कुलभूषण सिंह भाऊ, अतिरिक्त कार्यकारी अभियंता, लोक निर्माण विभाग।