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22 जनवरी को बदलेगी किड़ियां गंडयाल गांववासियों की तकदीर

-गांववासियों के लिए नव वर्ष का सबसे बड़ा तोहफा लेकर आ रहे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Jan 2019 07:14 PM (IST)Updated: Thu, 17 Jan 2019 07:14 PM (IST)
22 जनवरी को बदलेगी किड़ियां गंडयाल गांववासियों की तकदीर
22 जनवरी को बदलेगी किड़ियां गंडयाल गांववासियों की तकदीर

-गांववासियों के लिए नव वर्ष का सबसे बड़ा तोहफा लेकर आ रहे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी

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-आजादी के बाद पहली बार गांव को अपने जिला मुख्यालय से सीधा सड़क देकर रावी पर 150 करोड़ का पुल बनाने के जितेंद्र सिंह क प्रयास हुए सफल

राकेश शर्मा,कठुआ :

बनाएंगे पुल, प्रोजेक्ट बनाने के लिए कहा है, प्रोजेक्ट बनाकर भेजा है, अभी फंड नहीं है, फंड मंजूर नहीं हो रहे हैं, जैसे ही मिलेंगे पुल बनाएंगे, आजादी के बाद से पूर्व सरकारों के प्रतिनिधियों से ऐसे आश्वासन सुन-सुन कर थक चुके किड़ियां गंडयाल गांववासियों को अब बड़ी राहत मिलने वाली है। अब आश्वासन नहीं, बल्कि सही मायने में जमीनी हकीकत को व्यवहारिक रूप से दिखाने के लिए 22 जनवरी को केंद्रीय भूतल मंत्री नितिन गडकरी स्थानीय सांसद एवं प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह के साथ जहां पहुंच रहे हैं। उनके जहां पहुंचते ही किड़ियां गंडयाल गांववासियों की तकदीर बदल जाएगी, उनके लिए नए युग का सूत्रपात होगा। दोनों केंद्रीय मंत्री विगत तीन साल पहले किड़ियां गंडयाल गांववासियों के साथ किए गए वादे को अपने कार्यकाल में ही रावी दरिया पर 150 करोड़ की लागत से पुल बनाकर उन्हें समर्पित कर पूरा करके क्षेत्र में नया इतिहास लिखेंगे।

दरअसल जिला मुख्यालय से करीब आठ किलोमीटर दूरी पर पंजाब से स्टे राज्य के किड़ियां गंडयाल गांव को सीधा सड़क संपर्क देने के लिए दो साल पहले केंद्रीय राज्य मंत्री एवं क्षेत्र के सांसद डॉ. जितेंद्र सिंह के प्रयास से शुरू हुए रावी दरिया पर पुल बनाने का काम पूरा हो चुका है। जिसका अब 22 जनवरी को लोकार्पण होने जा रहा है। इस बड़ी मांग को पूरा करने के लिए डॉ. जितेंद्र सिंह के साथ केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी पहुंच रहे हैं। जिसके लिए पुल स्थल के पास तैयारियां जोरों पर शुरू हो गई हैं। संयोग की बात है कि गत मई 2016 में इस पुल के निर्माण के लिए नींव पत्थर भी नितिन गडकरी ने रखा था और अब उसका अपने कार्यकाल के दौरन ही लोकापर्ण करने जा रहे हैं। ऐसे सौभाग्यशाली मौके सभी मंत्रियों को शायद नहीं मिलते हैं, अन्यथा नींव पत्थर कोई रखता है और उद्घाटन करने का सौभाग्य किसी और को मिलता है। ये भी एक इतिहास बनेगा कि 150 करोड़ की परियोजना को केंद्रीय मंत्री के प्रयासों से समय पर पूरा किया जा सका है। पुल के समय पर ही तैयार होने का दूसरा सबसे बड़ा सही पहलु ये रहा कि इसका निर्माण करने वाली कंपनी एसपी सिंगला है। जोकि राष्ट्रीय स्तर की कंपनी है। जिसने बसोहली में अटल सेतु का निर्माण भी तय समय पर ही कर दिया था। कंपनी ने जहां भी पुल को समय पर तैयार कर अपनी विश्वसनीयता बनाई रखी है। पुल के अलावा कंपनी से करीब नौ किलोमीटर डबल मोटरेबल सड़क का भी निर्माण किया है।

पुल के निर्माण से करीब 10 हजार की किड़ियां गंडयाल की आबादी को लाभ मिलेगा, जो आजादी के बाद से इस लाभ को लेने के लिए मांग करती आ रही थी, लेकिन सिर्फ आश्वासनों ही मिलते रहे। किड़ियां गंडयालवासियों की राज्य से दूरियां कम करेगा पुल

-अब जमीनी स्तर पर राज्य से जुड़ेगा किड़ियां गंडयाल क्षेत्र

-आजादी के बाद और इस साल का सबसे बड़ा गिफ्ट होगा पुल

कठुआ : अगर ये कहा जाए कि राज्य का हिस्सा होते हुए भी किड़ियां गंडयाल भौगोलिक परिस्थितियों के हिसाब से पंजाब का हिस्सा रहा है तो शायद वहां के निवासियों को गलत नहीं लगता, क्योंकि पुल के अभाव में बीच बहती रावी दरिया को पार कर सीधे अपने राज्य के जिला मुख्यालय में पहुंचना उनके लिए संभव नहीं था। जिससे उनकी राज्य से दूरियां इतनी बढ़ गई थीं कि जो बिना पुल बने दूर नहीं हो सकती थी। इसी के अभाव में उन्हें सुबह उठकर सबसे पहले पंजाब क्षेत्र से ही अपनी दिनचर्या पूरी करनी पड़ती थी, जो उनके लिए कुछ ही मिनटों में शुरू हो जाती थी, ऐसे में अगर उन्हें अपने राज्य से दिनचर्या शुरू करनी होती तो उन्हें सीधे आठ किलोमीटर आने की बजाय रावी दरिया द्वारा कदम रोकने के कारण घूम कर 40 किलोमीटर पंजाब से होकर आना पड़ता था।

जिसके चलते पुल के अभाव में उनकी जिंदगी अभिशाप बन कर रह गई थी। सिर्फ दस्तावेजों में ही राज्य के निवासी कहलाते थे। स्थानीय निवासी राज कुमार ने बताया कि पुल उनके लिए आजादी के बाद और इस साल का सबसे बड़ा गिफ्ट होगा। इससे पहले उन्हें किड़ियां गंडयाल से कठुआ जाने के लिए पहले पठानकोट जाना पड़ता था और वहां से बस लेकर कठुआ। इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि उन्हें कितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। इस सरकार ने उनकी बड़ी मुश्किल आसान की है। लखनपुर के जाम से मिलेगा छुटकारा

कठुआ : रावी पर पुल हालांकि किड़ियां गंडयाल गांववासियों की मुश्किलें आसान करने के लिए बनाया गया है, लेकिन इसका इंटर स्टेट कनेक्टिविटी का भी कठुआ व पंजाब को लाभ होगा। पुल से कठुआ जिला का सीधा पंजाब के सुंदरनगर, दीनानगर और अमृतसर से सड़क संपर्क जुड़ा है। कठुआ के लोगों व पंजाब के सुंदरनगर, दीनानगर और अमृतसर से आने वाले लोगों को अब लखनपुर से न होकर सीधे कठुआ पहुंचने के लिए वैकल्पिक मार्ग मिलेगा। इससे लखनपुर में जाम आदि से छुटकारा मिलेगा।


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