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पाक गोलों-बर्फबारी पर भारी क्रिकेट का जुनून, गुरेज के जोशीले युवाओं ने करवाई स्नो क्रिकेट प्रतियोगिता

अगर सोनमर्ग गुलमर्ग और पहलगाम में विंटर स्पोर्टस का आयोजन हो सकता है तो फिर गुरेज में क्यों नहीं? गुरेज भी प्राकृतिक रूप से बहुत खूबसूरत है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 21 Feb 2020 11:11 AM (IST)Updated: Fri, 21 Feb 2020 11:11 AM (IST)
पाक गोलों-बर्फबारी पर भारी क्रिकेट का जुनून, गुरेज के जोशीले युवाओं ने  करवाई स्नो क्रिकेट प्रतियोगिता
पाक गोलों-बर्फबारी पर भारी क्रिकेट का जुनून, गुरेज के जोशीले युवाओं ने करवाई स्नो क्रिकेट प्रतियोगिता

श्रीनगर, नवीन नवाज : गुरेज सेक्टर भारत-पाक नियंत्रण रेखा से सटा क्षेत्र। यहां कभी भी पाक सेना तोपों से गोले बरसाने शुरू कर देती है। तापमान भी शून्य के लगभग। ऐसे हालात में खेल तो दूर, घर से बाहर निकलने के बारे में भी नहीं सोचा जा सकता, लेकिन गुरेज के नौजवानों की जीवटता और क्रिकेट के प्रति जुनून कुछ और ही बयां करता है। विकास की दौड़ में पिछड़े गुरेज के युवाओं ने अपने क्षेत्र में विंटर स्पोर्टस और पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए अपने जुनून को सहारा बनाते हुए स्नो क्रिकेट प्रतियोगिता आयोजित की।

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प्रतियोगिता में 10 टीमों ने भाग लिया। गुरेज के मरकूट गांव के मैदान के बीच खेल गए टूर्नामेंट को देखने के लिए रोजाना 250 से 300 दर्शकों की भीड़ जुटती रही है। बर्फ से ढके मैदान में सिर्फ पिच पर बर्फ नहीं थी। प्रतियोगित का अंतिम और फाइनल मुकाबला फुजी एकादश और ड्रीम एकादश के बीच खेला गया। ड्रीम एकादश ने मैच जीता। मैच के दौरान जब कोई विकेट गिरती या बल्लेबाज चौका-छक्का जड़ने शॉट लगाता तो मैदान में गूंजने वाली तालियों और सीटियों की आवाज एलओसी पर सामने बंकरों में बैठे पाकिस्तानी सैनिकों के कानों में गूंजती। यह इलाका घुसपैठ की दृष्टि से संवेदनशील माना जाता है।

राजा अली नामक स्थानीय युवक ने कहा कि स्नो क्रिकेट पूरे गुरेज सेक्टर में लोकप्रिय है। कुछ वर्षों के दौरान स्थानीय लड़कों ने इसकी शुरुआत की है। इसके सभी नियम क्रिकेट के ही है सिर्फ मैदान में बर्फ होने के कारण हमने इस स्नो क्रिकेट का नाम दिया है। यह प्रतियोगिता सर्दियों में तभी करवाई जाती है जब मैदान में तीन से चार फीट मोटी बर्फ की परत जमा हो और मौसम साफ हो। इसे देखने अब दूसरे इलाकों से लोग आने लगे हैं।

अगर सोनमर्ग, गुलमर्ग और पहलगाम में विंटर स्पोर्टस का आयोजन हो सकता है तो फिर गुरेज में क्यों नहीं? गुरेज भी प्राकृतिक रूप से बहुत खूबसूरत है। यहां एडवेंचर स्पोर्ट की संभावना है। गुरेज की मशहूर चोटी हब्बा खातून की तलहट्टी में आयोजित प्रतियोगिता का आयोजन स्थानीय लोग अपने स्तर पर करते है। स्थानीय क्रिकेट खिलाड़ी मुहम्मद इकबाल ने कहाकि लोगों को सरकार इस क्षेत्र के विकास की उम्मीदें हैं। स्थानीयवासी मुहम्मद यूसुफ खान ने कहा कि हमारा इलाका सर्दियों में चार से छह माह तक जिला मुख्यालय बांडीपोर समेत देश के विभिन्न हिस्सों से कटा रहता है। क्रिकेट यहां लोकप्रिय है। दो-तीन साल पहले हम लोगों ने कहा कि सर्दियों में यहां कुछ ऐसा किया जाना चाहिए जिससे गुरेज सेक्टर के सभी लोग सम्मिलित हों, स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा मिले और लोग ठंड को भूल जाएं। उस समय स्नो क्रिकेट का विचार हमारे मन में आया। इसके लिए हमें ज्यादा संसाधन जुटाने की जरूरत नहीं थी। अब आने वाले दिनों में हम यहां स्नो हाकी, स्नो सॉकर और स्नो रग्बी जैसे खेल करने के बारे में सोच रहे हैं।

अमन के रास्ते पर चलने की सीख देती हैं : सेना

गुरेज में तैनात वरिष्ठ सैन्याधिकारी ने कहा कि हम अपने संसाधनों से स्थानीय लोगों को इस प्रतियोगिता में आवश्यकतानुरूप मदद करते हैं। गुलाम कश्मीर में बैठे पाक सैनिकों द्वारा संघर्ष विराम के उल्लंघन की घटनाओं पर उक्त अधिकारी ने कहा कि स्थानीय लोगों के क्रिकेट के प्रति जुनून के आगे वह भी नतमस्तक हैं। यह लोग जीवट हैं इन्हें पता है कि गोलाबारी किसी भी समय हो सकती है,लेकिन यह इससे बेपरवाह हैं। मुहम्मद इकबाल ने बीच में बात को काटते हुए कहा कि यहां होने वाली कमेंटरी और यहां गूंजने वाली तालियां उन्हें उनकी नाकामियों का पैगाम देते हुए अमन के रास्ते पर चलने की सीख देती हैं।


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