Coronavirus Effect: घर में बैठ पेंटिंग के जरिए सोशल साइट पर वन्यजीवों की सुरक्षा का संदेश दे रहे युवा
स्कूल बंद होने के चलते हिमालय एवियन ने लॉनलाइन पेंटिंग प्रतियोगिता कराई जिसमें बच्चों ने वेटलैंड पर परिंदों के रहन सहन को पेश किया और इन तस्वीरों को सोशल साइट पर अपलोड कर लोगों को जागरूक किया गया। अब जल्दी ही प्रदर्शनी का रूप दिया जाएगा।
जम्मू, जागरण संवाददाता: कोरोना महामारी के चलते स्कूल, कालेज बंद हैं। लेकिन इसके बाद भी विद्यार्थी वर्ग अपने घर पर रहकर ही वन्यजीवों के प्रति अपने भाव प्रकट कर रहे हैं व सोशल साइट के माध्यम से वन्यजीवों की सुरक्षा का संदेश दे रहे हैं। घर से ही वन्यजीवों के चित्र बनाकर विद्यार्थी सोशल मीडिया पर डाल रहे हैं और अपना संदेश दे रहे हैं।
पेंटिंग के जरिए कोई बच्चा जंगलों में वन्यजीवों की दुनियां को दिखाने में लगा हुआ है तो कोई वेटलैंड पर प्रवासी परिंदों की सुरक्षा के लिए संदेश दे रहा है। बच्चों का कहना है कि यह सप्ताह ही लोगों को जागरूक करने का है और इसे किसी भी माध्यम से किया जा सकता है। अगर स्कूल कालेज में होने वाले सेमिनार में वे भाग नही ले पा पाए हैं लेकिन सोशल मीडिया के जरिए अपनी बात को जनता में रख ही सकते हैं।
स्कूल बंद होने के चलते हिमालय एवियन ने आन लाइन पेंटिंग प्रतियोगिता कराई जिसमें बच्चों ने वेटलैंड पर परिंदों के रहन सहन को पेश किया और इन तस्वीरों को सोशल साइट पर अपलोड कर लोगों को जागरूक किया गया। बच्चों के इस काम को अब जल्दी ही प्रदर्शनी का रूप दिया जाएगा।
परिंदों व वन्यजीवों पर पेंटिंग बनाने वाली इशा चिब का कहना है कि वन्यजीवों काे भी अपने तरीके से जीने का अधिकार है। इंसान को बस करना इतना है कि इनके जंगलों में हस्तक्षेप नही करना है। वहीं इन परिंदों व वन्यजीवों के विचरण के लिए उचित वातावरण तैयार करने में सहयोग देना है।
वहीं दिशा रैना का कहना है कि वन्यजीव पर्यावरण का हिस्सा है। इनकी सुरक्षा करना मतलब पर्यावरण को सुरक्षित करना है। इसलिए इंसान वन्यजीवों के लिए बेहतरीन वातावरण बनाने के लिए वन का संरक्षण करने में सहयोग दे। क्योंकि वन होंगे तो ही वन्यजीव सुरक्षित रह पाएंगे।