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डर पर भारी पड़ी आस्था: भोले के दर्शन करके जाएंगे, इंतजार में जम्मू में ही डटे हजारों अमरनाथ श्रद्धालु

Amarnath yatra Advice to return home अमरनाथ यात्रा श्रद्धालुओं को कश्मीर जल्द छोड़ने के आदेश के बावजूद आधार शिविर में श्रद्धालु बाबा के दर्शनों के इंतजार में जम्मू में डटे हैं।

By Preeti jhaEdited By: Published: Sat, 03 Aug 2019 09:11 AM (IST)Updated: Sat, 03 Aug 2019 09:11 AM (IST)
डर पर भारी पड़ी आस्था: भोले के दर्शन करके जाएंगे, इंतजार में जम्मू में ही डटे हजारों अमरनाथ श्रद्धालु
डर पर भारी पड़ी आस्था: भोले के दर्शन करके जाएंगे, इंतजार में जम्मू में ही डटे हजारों अमरनाथ श्रद्धालु

जम्मू,राज्य ब्यूरो। अमरनाथ यात्रा के श्रद्धालुओं को कश्मीर जल्द छोड़ने के आदेश के बावजूद आधार शिविर भगवती नगर में श्रद्धालुओं में पहले जैसा जोश रहा। वे बाबा बर्फानी के दर्शनों के इंतजार में जम्मू में डटे हैं। शुक्रवार को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु जम्मू पहुंचे। उनका कहना है कि डरना कैसा हमें सुरक्षाबलों पर पूरा भरोसा है। भोले के दर्शन करके ही जाएंगे।

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जानकारी हो कि यात्रा समाप्त होने में 13 दिन शेष हैं। तीन लाख 39 हजार से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। प्रशासन ने 31 जुलाई को आदेश जारी कर राज्य में भारी बारिश की पूर्वानुमान की सूचना देते हुए यात्रा चार अगस्त तक स्थगित करने के आदेश दिए थे। यात्रा के इंतजार में लगभग दो हजार श्रद्धालु आधार शिविर में डेरा डाले हुए थे। कुछ श्रद्धालु मां वैष्णो देवी और शिवखोड़ी की यात्रा के लिए निकल गए थे।

शुक्रवार को जैसे ही सरकार का आदेश जारी हुआ तो यात्री निवास भगवती नगर में सन्नाटा छा गया। श्रद्धालु पुलिस, सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों से हालात के बारे में पूछने लगे। अधिकारिक रूप से किसी ने यात्रा के बंद होने की जानकारी नहीं दी है। श्रद्धालुओं का पहुंचना जारी है। जोश में बाबा बर्फानी के नारे लगाते हुए श्रद्धालुओं ने कहा कि वे यात्रा करके ही जाएंगे। वे किसी आतंकी हमले से नहीं डरते है।

मध्य प्रदेश के मनोज सोलंकी, विनोद सोलंकी, राम कृष्ण ने कहा कि वे कुल आठ साथी तीन दिन से यात्रा शुरू होने का इंतजार कर रहे है। अब पता चला है कि यात्रा नहीं जाएगी। मनोज ने कहा कि हमें आतंकवाद का कोई डर नहीं है। यात्रा के बिना वह वापस घर कैसे लौटेंगे।

दिल्ली से आए विशाल और रामेश्वर ने कहा कि सरकार ने हमें निराश कर दिया है। यात्रा को बीच में क्यों रोका जा रहा है। हमें अपनी सेना, सुरक्षा बलों पर पूरा भरोसा है। क्या पता यात्रा फिर से शुरू हो जाए इसलिए कुछ दिन इंतजार कर ही लेते हैं। वहीं कई श्रद्धालु निकलने लगे हैं।

लंगर संचालकों को सामान समेटने को कहा:

बाबा अमरनाथ यात्रा के दोनों मार्गों पहलगाम और बालटाल से विभिन्न लंगर संचालकों को सामान समेट लौटाने के लिए कहा गया है। कई लंगर तो पहले बंद हो चुके हैं।

श्रद्धालुओं के परिजन फोन कर पूछने लगे हालात :

शुक्रवार को सरकार के आदेश की सूचना जैसे ही पूरे देश में फैली तो यात्रा के लिए जम्मू पहुंचे श्रद्धालुओं के परिवारजनों में चिंता हो गई है। यात्री निवास भगवती नगर में डेरा डाले श्रद्धालुओं को उनके घरों से फोन आने शुरू हो गए। वे उन्हें जल्द लौटने को कह रहे थे। यात्री निवास में बड़ी संख्या में श्रद्धालु अपने परिवार को अपना कुशलक्षेम समझाते नजर आए।

इस तरह का आदेश पहली बारी जारी :

राज्य के इतिहास में यह पहली बार है कि जब अमरनाथ यात्रा को बीच में ही रोक श्रद्धालुओं को कश्मीर से जाने का आदेश जारी हुआ है। हालांकि मौसम के कारण कई बार यात्रा रोकी जाती रही है, लेकिन आतंकी हमले की आशंका के कारण श्रद्धालुओं को यात्रा बीच में छोड़ कर जल्द कश्मीर छोड़ने की सलाह देने का आदेश पहली बार जारी हुआ है। 

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